Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Jun, 2017 02:28 AM
पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने बरगाड़ी फायरिंग तथा धार्मिक बेअदबी की.....
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह ने बरगाड़ी फायरिंग तथा धार्मिक बेअदबी की अन्य घटनाओं में सख्त कार्रवाई के शुक्रवार को संकेत देते हुए कहा कि वे इसमें संलिप्त दोषियों को कड़ी सजा दिलवा कर रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ऐसी घटनाओं में संलिप्त सभी दोषियों को जनता के सामने बेनकाब करते हुए राज्य में साम्प्रदायिक सद्भाव व शांति बहाल रखेगी। उन्होंने कहा कि धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जो भी शामिल होगा, उसके खिलाफ केस दर्ज किया जाएगा। राज्य में किसी को भी साम्प्रदायिक तनाव पैदा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। कै. अमरेन्द्र सिंह ने केंद्र सरकार से कहा कि वह सी.बी.आई. को निर्देश दे कि धार्मिक बेअदबी के मामलों की जांच में तेजी लाकर रिपोर्ट सौंपी जाए।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पाकिस्तानी इंटैलीजैंस एजैंसियों का भी ऐसी घटनाओं के पीछे हाथ होने की आशंका है, जो राज्य में सरकार को अस्थिर करते हुए शांति को भंग करना चाहती हैं। कै. अमरेन्द्र सिंह ने सी.बी.आई. को बरगाड़ी धार्मिक बेअदबी मामले में जांच को जल्द सम्पन्न करने के लिए कहा है। कैप्टन ने पूर्व बादल सरकार पर बरसते हुए कहा कि उसने ही बरगाड़ी में फायरिंग के आदेश दिए थे। उन्होंने कहा कि जस्टिस (सेवानिवृत्त) रणजीत सिंह के नेतृत्व में बनाए गए जांच आयोग द्वारा बरगाड़ी समेत सभी धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं की जांच की जाएगी तथा जांच आयोग द्वारा सरकार को सिफारिश की जाएगी कि इसमें संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाए।
मुख्यमंत्री ने जनता से कहा कि वह जांच आयोग के कार्यालय में सम्पर्क करबेअदबी मामले में अधिक से अधिक जानकारी दे। राज्य सरकार ने सत्ता में आने के बाद पूर्व बादल सरकार के जांच आयोग को रद्द करते हुए इस मामले की जांच के लिए नया जांच आयोग बिठाया था।राज्य के एडवोकेट जनरल अतुल नंदा ने राज्य सरकार को बताया था कि जोरा सिंह आयोग धार्मिक ग्रंथों की बेअदबी की घटनाओं में न तो सही ढंग से जांच कर सका है और न ही उन्होंने प्रत्यक्षदर्शियों के बयान लिए। पूर्व जांच आयोग ने केवल यही कहा था कि फायरिंग अकारण की। इस बीच मुख्यमंत्री ने मेहताब सिंह जांच आयोग को झूठे मामलों की जांच में तेजी लाने के निर्देश देते हुए कहा कि सभी सरकारी व पुलिस अधिकारी दोनों जांच आयोगों को पूरा सहयोग दें।