Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 Oct, 2017 04:07 AM
पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल दयाल सिंह कोलियांवाली मामले में एक तीर से क ई निशाने साधने की फिराक में हैं जहां वह अकाली कार्यकत्र्ताओं का मनोबल ऊंचा करने के लिए 2 बार उनके बेटे परमिंद्र कोलियांवाली का हालचाल पूछने के लिए पहुंचे, वहीं कांग्रेस...
बठिंडा(विजय): पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल दयाल सिंह कोलियांवाली मामले में एक तीर से क ई निशाने साधने की फिराक में हैं जहां वह अकाली कार्यकत्र्ताओं का मनोबल ऊंचा करने के लिए 2 बार उनके बेटे परमिंद्र कोलियांवाली का हालचाल पूछने के लिए पहुंचे, वहीं कांग्रेस को भी कटघरे में खड़े करने से पीछे नहीं हटे। 22 अक्तूबर रात को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल का दायां हाथ समझे जाते 3 बार एस.जी.पी.सी. मैंबर बने दयाल सिंह कोलियांवाली के बेटे परमिंद्र सिंह कोलियांवाली पर उसके ही पुराने साथियों ने जानलेवा हमला कर उसकी दोनों टांगें तोड़ दीं व फायरिंग की।
बुरी तरह से घायल परमिंद्र सिंह को बङ्क्षठडा के निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया जहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल उसका हाल जानने 2 बार अस्पताल पहुंचे और कई-कई घंटे बिताए। 2007 के चुनावों में बख्शीश व कोलियांवाली ने पार्टी के लिए बेहतर काम किया, एवज में दयाल सिंह कोलियांवाली को लंबी में ग्रामीण क्षेत्र का प्रभारी बनाया जबकि बख्शीश सिंह को लंबी व मलोट हलके का शहरी प्रभारी बनाया। बख्शीश जोकि मलोट नगर कौंसिल के अध्यक्ष रह चुके हैं, की कोलियांवाली से गहरी मित्रता थी, लेकिन एक घटनाक्रम के दौरान दोनों में मामूली-सी अनबन हुई और यह खाई बढ़ती गई। उस समय मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पत्नी सुुरिंद्र कौर बादल का लंबी मलोट क्षेत्र में पूरा दबदबा था।