Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Sep, 2017 01:45 PM
सरकारी विभाग में फैला भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लाख दावों के बावजूद सरकारी कुर्सी पर आसीन मुलाजिम भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने से बाज नहीं आते हैं।
होशियारपुरः सरकारी विभाग में फैला भ्रष्टाचार थमने का नाम नहीं ले रहा। भ्रष्टाचार पर लगाम कसने के लाख दावों के बावजूद सरकारी कुर्सी पर आसीन मुलाजिम भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने से बाज नहीं आते हैं।
डी.सी. आफिस में तैनात एक क्लर्क ने एम.पी. लैंड फंड की ग्रांट रिलीज करने की एवज में डी.सी. विपुल उज्ज्वल का नाम लेते हुए कहा कि ग्रांट तो जारी हो जाएगी, लेकिन इसके बदले में डी.सी. साहेब की सेवा पानी करनी होगी।
क्लर्क के इस व्यवहार से दुखी होकर लोगों ने इसकी शिकायत केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला से की। उसके बाद साहिल सांपला ने एम.पी. फंड के डीलिंग हैंड क्लर्क योग राज को फोन किया। उन्होंने अपना परिचय देने की बजाय एक नाम नागरिक बनकर सांपला ने ग्रांट जारी करने की फरियाद की। इस पर योगराज ने जवाब दिया की कि ग्रांट तो जारी हो जाएगी, लेकिन इसके लिए डी.सी. साहिब की सेवा पानी करनी होगी। योगराज का यह जवाब सुनकर साहिल सांपला का गुस्सा सातवें आसमान पर आ गया। फिर उन्होंने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला बोल रहे हैं। यह सुनकर योग राज के होश उड़ गए और उन्होंने फोन काट दिया।
ग्रांट जारी करने की एवज में सेवा पानी की डिमांड रखने का मामला साहिल सांपला ने डी.सी. विपुल उज्ज्वल के ध्यान में लाया गया। साहिल सांपला डी.सी. आफिस पहुंचे और सारी बात बताई। सेवा पानी का किस्सा सुनकर डी.सी. भी स्तब्ध रह गए।
उन्होंने योगराज को बुलाकर पूछताछ शुरू की तो योगराज ने स्वीकार किया कि उसने सेवा पानी की बात मजाक में कही थी जबकि असलियत में सेवा पानी की कोई बात नहीं है। मगर, डीसी योगराज की बातें सुनकर समझ गए की कि उसकी नीयत में खोट थी। उन्होंने बिना देरी किए योगराज के खिलाफ जांच के आदेश दे दिए।
हां, सेवा पानी की डिमांड की गई: सांपला
केंद्रीय मंत्री विजय सांपला के बेटे साहिल सांपला ने बताया कि मामला चार दिन पहले का है। ग्रांट जारी करने के लिए फोन करने पर योगराज ने सेवा पानी की डिमांड रखी थी। दरअसल, पिछले कई माह से एम.पी. लैंड फंट की ग्रांटें डी.सी. आफिस से जारी नहीं हो रहीं हैं। सांपला ने लोगों से कहा था कि जो ग्रांट उन्हें जारी हुई हैं, उसे डी.सी. आफिस से जाकर रिलीज करवा लें। इसके बाद तीन चार व्यक्ति ग्रांट लेने के लिए डी.सी. दफ्तर गए थे। वहां पर योगराज ने डी.सी. विपुल उज्ज्वल का हवाला देकर डिमांड रखी थी की कि सेवा पानी करनी होगी। सच्चाई का पता लगाने के लिए उन्होंने (सांपला) ने फोन किया तो ग्रांट जारी करने बदले में सेवा पानी की बात कही।
शिकायत मिली है, जांच हो रही है: डीसी
इस बारे में बात करने पर डी.सी. विपुल उज्ज्वल ने कहा कि योगराज द्वारा ग्रांट जारी करने की एवज में सेवा पानी की डिमांड रखने की उन्हें शिकायत मिली है। वह इसकी जांच करवा रहे हैं। जो भी तथ्य सामने आएंगे। उसके हिसाब से बनती कार्रवाई होगी। इस मामले में किसी को बख्शा नहीं जाएगा।