Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Aug, 2017 07:56 AM
शिक्षा विभाग पंजाब की मनाही के बावजूद कई सरकारी स्कूलों में अध्यापक ही क्लर्क का काम संभाल रहे हैं,.....
बठिंडा (पायल): शिक्षा विभाग पंजाब की मनाही के बावजूद कई सरकारी स्कूलों में अध्यापक ही क्लर्क का काम संभाल रहे हैं, जिसका शिक्षा विभाग पंजाब ने गंभीर नोटिस लिया है। विभाग द्वारा स्पष्ट तौर पर स्कूल प्रमुखों को अध्यापकों से क्लर्क का काम न करवाने की हिदायत दी गई थी, परन्तु विभागीय निर्देशों के बावजूद स्थिति में सुधार नहीं आया है।
अध्यापक तुरंत अतिरिक्त काम छोड़ें : सचिव
स्कूल शिक्षा पंजाब चंडीगढ़ के सचिव कृष्ण कुमार का कहना है कि पहली बात तो स्कूल प्रमुख बिना किसी देरी के तमाम काम अध्यापकों से लेकर क्लर्क को सौंपें और दूसरा संबंधित अध्यापक स्वयं भी तुरंत अतिरिक्त काम छोड़कर महज अध्यापन पर ध्यान दें। यदि जांच दौरान किसी भी अध्यापक के पास अतिरिक्त काम पाया गया तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
विभाग की शिक्षा सुधार मुहिम को पहुंच रहा धक्का
विभाग ने सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर ऊंचा उठाने और अध्यापकों के हितों को ध्यान में रखकर अध्यापकों से क्लर्क का काम न करवाने के निर्देश दिए थे, परन्तु विभागीय निर्देश लागू न होने के चलते विभाग की शिक्षा सुधार मुहिम को धक्का पहुंच रहा है।
फील्ड से प्राप्त शिकायतों ने किया खुलासा
डायरैक्टर शिक्षा विभाग पंजाब चंडीगढ़ व पंजाब सरकार शिक्षा विभाग द्वारा कई बार स्कूल स्तर के सभी फंड (पी.टी.ए., रमसा, एस.एस.ए., स्पोटर््स, भूगोल, कल्चरल व छात्रवृत्ति) और डाक का काम क्लर्क द्वारा ही पूरा करवाने की हिदायत जारी की गई है, परन्तु फील्ड से प्राप्त हो रही शिकायतों ने खुलासा किया है कि अभी तक फंड व डाक का काम क्लर्क की जगह अध्यापक ही देख रहे हैं। विभाग ने इसे स्कूल प्रमुखों की गंभीर लापरवाही करार देते हुए कड़ी हिदायत जारी की है।