Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Sep, 2017 11:20 AM
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाई स्वच्छ भारत मुहिम को पटियाला अंदर ग्रहण लगा दिख रहा है, चाहे कुछ संस्थाओं और पार्टी स्तर के नेता अपने स्तर पर ही स्वच्छ भारत मुहिम को सफल बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं पर सरकारी स्तर पर राजनीतिक ताना-बाना उलझ...
पटियाला/रखड़ा (राणा) : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाई स्वच्छ भारत मुहिम को पटियाला अंदर ग्रहण लगा दिख रहा है, चाहे कुछ संस्थाओं और पार्टी स्तर के नेता अपने स्तर पर ही स्वच्छ भारत मुहिम को सफल बनाने के लिए प्रयास कर रहे हैं पर सरकारी स्तर पर राजनीतिक ताना-बाना उलझ कर रह गया है।
इसकी मुंह बोलती तस्वीर उस समय स्पष्ट देखने को मिली जब मिनी सचिवालय की चारदीवारी के अंदर ही कूड़े-कर्कट के अंबार लगे हुए हैं। इतना ही नहीं, इस जगह पर भांग, गाजर बूटी और आवारा पशुओं की भरमार रहती है। बेशक इसके साथ शहर की पॉश कालोनी फुलकिया एन्क्लेव बनी हुई है, जिसमें अधिकारियों की रिहायश भी मौजूद है।
हैरान करने वाली बात है कि अगर जिला प्रशासन के घेरे में ही गंदगी और कबाड़ के ढेर लगे हुए हैं तो शहर के बाकी हिस्से में सफाई की हालत बताने की जरूरत नहीं है। हर रोज इस दफ्तर में हजारों की संख्या में अफसर, मुलाजिम और आम लोगों का आना-जाना लगा रहता है पर इस गंदगी बारे कोई कुछ नहीं बोलता है। दफ्तरी कचरा समेटने के लिए जिला प्रशासन के पास कोई पुख्ता साधन नहीं है और इसको सिर्फ आग लगाकर ही खत्म किया जाता है।
कचरे व कबाड़ के कारण मक्खी, मच्छरों की बढ़ रही है भरमार
एक तरफ पूरे जिले को स्वच्छ बनाने, आम शहरियों को डेंगू और मलेरिया से बचाने के लिए पुख्ता कदम उठाने के दावे किए जा रहे हैं व दूसरी ओर दीया तले अंधेरा वाली कहावत सच साबित होती तब दिखती है जब मिनी सचिवालय के अलग-अलग दफ्तरों के आसपास कचरे व कबाड़ के कारण मक्खी, मच्छरों की भरमार बढ़ रही है।
धारा 144 के हल्ले में उलझा प्रशासन
किसानों द्वारा अपने कर्जा माफी की मांग को पूरा करवाने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के आवास का घेराव करने के ऐलान के कारण जिले में लगाई धारा 144 के कारण समूचा प्रशासन उलझ कर रह गया है। पिछले एक महीने से सरकारी दफ्तरों और पुलिस थानों के कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।