Edited By Updated: 21 Feb, 2017 09:51 AM
आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर व्यापारियों से टकराव के आसार बन गए हैं। इसके चलते पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। आई.सी.पी. (इंटीग्रेटेड चैक पोस्ट) अटारी के रास्ते पर आज लोकल ट्रांसपोर्टरों ने धरना देकर जमकर नारेबाजी की। लोकल ट्रांसपोर्टर मांग कर रहे...
अमृतसर (नीरज): आई.सी.पी. अटारी बार्डर पर व्यापारियों से टकराव के आसार बन गए हैं। इसके चलते पुलिस फोर्स को तैनात कर दिया गया है। आई.सी.पी. (इंटीग्रेटेड चैक पोस्ट) अटारी के रास्ते पर आज लोकल ट्रांसपोर्टरों ने धरना देकर जमकर नारेबाजी की। लोकल ट्रांसपोर्टर मांग कर रहे हैं कि ओवरलोड ट्रकों को रोका जाए, जिसके चलते व्यापारियों की शिकायत पर प्रशासन को पुलिस फोर्स तैनात करनी पड़ी। लोकल ट्रांसपोर्टरों व पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात करने वाले व्यापारियों के बीच यह विवाद कई दिनों से चला आ रहा है और इस विवाद में टकराव के भी आसार बने हुए हैं।
सोमवार को इसी असमंजस की स्थिति में आई.सी.पी. में ट्रकों का आवागमन भी बंद रहा, जिससे व्यापारियों को नुक्सान उठाना पड़ा। मामला जिला प्रशासन के पास भी पहुंच चुका है। एस.डी.एम. अमृतसर (टू) परमजीत सिंह का इस बाबत कहना है कि हालात कंट्रोल में हैं और किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं होने दी जाएगी। दूसरी तरफ व्यापारियों का कहना है कि लोकल ट्रांसपोर्टर उन पर दबाव बना रहे हैं कि वे लोकल ट्रांसपोर्टरों के ट्रांसपोर्ट की सेवाएं लें, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। व्यापारियों के अनुसार यह उनकी इच्छा पर निर्भर करता है कि उन्हें किस ट्रांसपोर्ट कंपनी की सेवाएं लेनी हैं।
लोकल ट्रांसपोर्टरों की धक्केशाही बर्दाश्त नहीं होगी
जिप्सम आयातक साजन बेदी ने बताया कि सोमवार को कोई भी ट्रक आई.सी.पी. के अन्दर नहीं जाने दिया गया, जिसके चलते व्यापारियों को भारी नुक्सान हो रहा है। लोकल ट्रांसपोर्टर इससे पहले भी व्यापारियों को परेशान करते रहे हैं, जिसके खिलाफ जिला पुलिस सहित समूह प्रशासनिक अधिकारियों को लिखित शिकायत भी की गई है।
इम्पोर्टरों ने कस्टम विभाग से आयातित सामान न लेने की अपील की
आई.सी.पी. पर लगातार बिगड़ते जा रहे माहौल को देखते हुए पाकिस्तान के साथ आयात-निर्यात करने वाले इम्पोर्टरों ने भी आज कस्टम विभाग से लिखित अपील कर दी है कि वह पाकिस्तान से आने वाला माल जिसमें पाकिस्तानी सीमैंट व अन्य वस्तुएं हैं, को फिलहाल न लें। इम्पोर्टरों को यह भय सता रहा है कि लोकल ट्रांसपोर्टरों द्वारा दिए जा रहे धरने से हड़ताल जैसा माहौल बन सकता है जिससे उनका पाकिस्तान से आयातित सामान सी.डब्ल्यू.सी. के गोदामों में डम्प हो जाएगा और सामान डम्प होने से व्यापारी को सबसे ज्यादा नुक्सान होता है, क्योंकि विभाग की तरफ से डैमरेज चार्ज लगाए जाते हैं। कई बार जब लेबर की तरफ से आयातित सामान की लोडिंग नहीं होती है तो डैमरेज चार्ज लग जाते हैं।
ओवरलोडिंग किसी की भी नहीं होने देंगे : व्यापारी नेता
द फैडरेशन ऑफ करियाना एंड ड्राईफ्रूट कमर्शियल एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल मेहरा ने कहा कि यदि कोई भी ट्रांसपोर्टर अपने ट्रक में ओवरलोडिंग करता है तो उसे रोकने का काम डी.टी.ओ. व ट्रैफिक पुलिस का है, न कि लोकल ट्रांसपोर्टरों का काम है। यह सिलसिला पिछले कई वर्षों से चला आ रहा है और बार-बार लोकल ट्रांसपोर्टर व्यापारियों पर उनकी ट्रांसपोर्ट सेवाएं लेने के लिए दबाव बनाते हैं।
ओवरलोडिंग के मामले की बात करें तो फिर सभी ट्रांसपोर्टरों के ट्रकों को ओवरलोडिंग चैक होनी चाहिए और प्रशासनिक अधिकारी इसको चैक करें न कि लोकल ट्रांसपोर्टर ट्रकों को रोकें। जो ट्रांसपोर्ट कंपनी व्यापारियों को कम कीमत पर बढिय़ा सेवाएं देगी, उन्हीं की ट्रांसपोर्ट सेवाएं ली जाएंगी, यदि लोकल ट्रांसपोर्टरों ने इसी प्रकार से व्यापारियों को परेशान करना जारी रखा तो व्यापारी भी आई.सी.पी. पर काम बंद करने को मजबूर होंगे। ओवरलोडिंग किसी भी ट्रांसपोर्ट कंपनी की नहीं होने दी जाएगी।