Edited By Punjab Kesari,Updated: 04 Aug, 2017 10:20 AM
पंजाब सरकार की मिनी बसों को बंद करने की अधिसूचना को लेकर बस चालकों व पी.आर.टी.सी. कर्मियों के बीच जारी विवाद उग्र रूप धारण करने
भटिंडा(विजय): पंजाब सरकार की मिनी बसों को बंद करने की अधिसूचना को लेकर बस चालकों व पी.आर.टी.सी. कर्मियों के बीच जारी विवाद उग्र रूप धारण करने लगा। रूटों व टाइम टेबल को लेकर दोनों गुटों में मारपीट हुई व जमकर लाठियां चलीं, जिसमें मिनी बस का एक कर्मी घायल हो गया, जिसे उपचार हेतु अस्पताल में दाखिला करवाया। पी.आर.टी.सी. की धक्केशाही के खिलाफ निजी बस चालकों ने बस स्टैंड के सामने जाम लगाकर पी.आर.टी.सी. के उच्चाधिकारियों के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान प्राइवेट बस चालकों द्वारा लाठियां उठाई गईं। मामला इतना बढ़ गया कि मिनी बस चालक पी.आर.टी.सी. के अधिकारियों के साथ उलझ गए और लाठियां लेकर सड़कों पर घूमते रहे। मामले की गंभीरता को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस ने पहुंचकर स्थिति को नियंत्रण में लिया और दोनों गुटों को समझा-बुझा कर मामले को शांत किया। माननीय हाईकोर्ट द्वारा मिनी बसों के रूटों को रद्द कर नई पॉलिसी बनाने के आदेश जारी किए थे परन्तु मिनी आप्रेटर माननीय अदालत की ओर से इस तरह का कोई हुक्म जारी न होने का दावा कर रहे हैं।
क्या कहते हैं पी.आर.टी.सी. के कर्मी
पी.आर.टी.सी. कर्मचारी दल के चेयरमैन बलदेव सिंह कुटी ने बताया कि बुधवार को दोनों पक्षों द्वारा अवैध रूटों को लेकर आर.टी.ओ. के साथ बैठक की गई थी। उक्त बैठक में अधिकारियों द्वारा निजी आप्रेटरों को गुरुवार 10 बजे कार्यालय में अपने परमिट व रूट चैक करने के लिए बुलाया गया था। उक्त बैठक के पहले गुरुवार को सुबह पी.आर.टी.सी. की एक बस भटिंडा से संगत मंडी रूट पर गई थी और संगत मंडी समीप कुछ निजी बस आप्रेटर चालकों द्वारा उक्त बस को घेर लिया। ड्राइवर द्वारा सूचना मिलने पर जब वे निजी चालकों से कल की बैठक संबंधी बातचीत करने के लिए गए तो निजी चालक भड़क गए। इसके बाद प्राइवेट बस चालकों ने अपनी बसों को अड्डे के बाहर लगाकर जाम लगा दिया और लाठियों के जोर से उन पर हमला करने की कोशिश की। पी.आर.टी.सी. संगठन के नेताओं ने आरोप लगाया कि मिनी बस चालक सरकार व कोर्ट की परवाह किए बिना बसों को चला रहे हैं, जिससे पी.आर.टी.सी. को घाटा सहना पड़ रहा है। निजी ट्रांसपोर्टर गुंडागर्दी करते हुए लाठियां लेकर उन्हें ललकारते रहे लेकिन वे शांत रहे। मामूली-सी झड़प के बाद भारी संख्या में पुलिस पहुंची व निजी बस चालकों के कुछ व्यक्तियों को हिरासत में लेकर मामले को शांत करवाया गया, जिनको बाद में चेतावनी देकर छोड़ दिया गया। इस संबंधी थाना कोतवाली के एस.एच.ओ. दविंद्र सिंह ने कहा कि फिलहाल दोनों पक्षों के साथ एस.डी.एम. और डिप्टी कमिश्नर से बैठक हुई, जिसमें फैसला हुआ कि मंगलवार तक सभी मिनी परमिटों की जांच की जाएगी व उनके पास किसी भी पक्ष द्वारा शिकायत दर्ज नहीं करवाई गई लेकिन जी.एन. बस का अड्डा इंचार्ज गुरप्रीत सिंह जिसे मामूली चोटें आई हैं, अस्पताल में दाखिल है। बस स्टैंड चौकी इंचार्ज जसकरण सिंह को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा गया है, जो घायल के बयानों के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।
विवाद का कारण
संगत मंडी रूट व टाइम टेबल को लेकर दोनों पक्षों में आज उस समय विवाद उत्पन्न हुआ, जब रणजीत ट्रांसपोर्ट कंपनी व गुरु नानक ट्रांसपोर्ट कंपनी की बस संगत मंडी अपने रूट के रवाना हुई, तब इस बीच पी.आर.टी.सी. ने भी इस रूट पर अपनी बस चला दी। बस कंपनी के संचालक रछपाल सिंह आहलूवालिया ने बताया कि पी.आर.टी.सी. की रूट नंबर-14 मिनी बस संगत मंडी पहुंची, जो संगत कैंचियों से वापस आती है लेकिन इस बस ने मंडी के अंदर से भी सवारियां उठा लीं, जिससे विवाद उत्पन्न हुआ। संगत मंडी के 14 रूट हैं, जो पी.आर.टी.सी. के टाइम टेबल इंचार्ज के साथ एडजस्टमैंट के बाद चलाए जाते हैं। पी.आर.टी.सी. के जी.एम. ने बिना किसी की परवाह किए बिना टाइम के बस चलानी शुरू कर दी, जिसे लेकर संगत मंडी में बहसबाजी हुई। पी.आर.टी.सी. द्वारा बनाई गई एक्शन फोर्स ने बस अड्डा के अंदर मिनी बसों को घेर लिया और मारपीट शुरू कर दी।