Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Nov, 2017 08:28 AM
स्थानीय सिविल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड की दूसरी मंजिल पर बने वाटर सप्लाई वाली पाइपों के करीब 40 फुट गहरे और 2 फुट चौड़े गड्ढे में गिरने के बावजूद एक 2 वर्षीय बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यहां यह बताना अनिवार्य है कि भले ही बच्चे के...
रामपुरा फूल(रजनीश): स्थानीय सिविल अस्पताल के एमरजैंसी वार्ड की दूसरी मंजिल पर बने वाटर सप्लाई वाली पाइपों के करीब 40 फुट गहरे और 2 फुट चौड़े गड्ढे में गिरने के बावजूद एक 2 वर्षीय बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। यहां यह बताना अनिवार्य है कि भले ही बच्चे के रिश्तेदार ने बहादुरी दिखाते हुए बच्चे को सही- सलामत बाहर निकाल लिया परंतु अस्पताल प्रबंधन की कथित लापरवाही के कारण बच्चे की जान भी जा सकती थी।
क्या है पूरा मामला
जानकारी के अनुसार आज सुबह 11 बजे के करीब सिविल अस्पताल की दूसरी मंजिल पर स्थित बरामदे में उपचाराधीन गांव बुर्ज कलां निवासी कुलवंत सिंह की रिश्तेदार कुलवंत कौर अपनी बहू वीरपाल कौर और 2 वर्षीय पौत्रे मनजिंद्र सिंह को साथ लेकर अस्पताल आई थी। इस दौरान मनजिंद्र सिंह खेलता हुआ बरामदे में से गुजर रही वाटर सप्लाई की पाइपों के गड्ढे वाले दरवाजे के पास चला गया और दरवाजा खुला होने के कारण मनजिंद्र करीब 40 फुट गहरे व 2 फुट चौड़े गड्ढे में गिर गया। उधर दूसरी तरफ अपने पौत्रे को वहां न देखकर कुलवंत कौर और वीरपाल कौर ने उसकी तलाश शुरू की। इसी दौरान बरामदे की दीवार के पास बने गड्ढे में बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। आवाज सुनकर अस्पताल में उपचाराधीन बच्चे का रिश्तेदार कुलवंत सिंह वाटर सप्लाई की पाइप के जरिए गड्ढे में उतरा और बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला।