Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jul, 2017 01:18 PM
सिटी रेलवे स्टेशन पर स्टाल संचालक व अवैध वैंडर यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्टालों पर खाने-पीने का सामान बिना ढके रखा रहता है।
जालंधर (गुलशन) : सिटी रेलवे स्टेशन पर स्टाल संचालक व अवैध वैंडर यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं। स्टालों पर खाने-पीने का सामान बिना ढके रखा रहता है। ठंडा व गंदा खाना यात्रियों को परोसा जा रहा है। स्टालों पर ऐसे सैंडविच बेचे जा रहे हैं जिन पर कोई एक्सपायरी डेट नहीं लिखी होती। यह सब कुछ रेलवे के स्थानीय अधिकारियों की आंखों के सामने होने के बावजूद अधिकारी खामोश हैं। सिटी रेलवे स्टेशन पर इन दिनों अवैध वैंडरों की भरमार है जो ट्रेन में सवार यात्रियों को गंदा सामान बेचते हैं। वैंडरों द्वारा महंगे दामों पर सामान बेचने की शिकायतें भी आम तौर पर सुनने को मिलती रहती हैं। हालांकि स्टेशन पर स्टेशन अधीक्षक, कमॢशयल इंस्पैक्टर, आर.पी.एफ . समेत कई अधिकारी मौजूद रहते हैं लेकिन फिर भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। दूसरी तरफ हाल ही में कैग द्वारा पेश की गई रिपोर्ट में भी रेलवे स्टेशनों व ट्रेनों में यात्रियों को परोसे जाने वाले खाने की गुणवत्ता पर काफी सवाल उठाए गए हैं।
स्टालों पर नहीं भरे जाते सैंपल
स्टेशन पर स्थित स्टालों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों का हैल्थ इंस्पैक्टर द्वारा समय-समय पर सैंपल भरने का भी प्रावधान है लेकिन अधिकारियों के ढुलमुल रवैये के कारण वैंडरों के हौसले बुलंद हो चुके हैं और वह अपनी मनमर्जी का सामान बेचते हैं। संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा अपने उच्चाधिकारियों को जवाब देने के लिए कई बार स्टालों पर सैंपल भरने के नाम पर खानापूर्ति कर दी जाती है।
किचन की भी नहीं होती जांच
स्टेशन पर गैस सिलैंडर रखने की मनाही है। वैंडरों ने स्टेशन के बाहर कुछ दूरी पर अपनी-अपनी किचन बनाई हुई है। स्टालों पर बिकने वाला सामान वहां से बनकर आता है। जिस किचन में सामान बनाया जाता है वहां पर आज तक किसी भी अधिकारी ने जाकर जांच नहीं की। पूरी-छोले, समोसे, ब्रैड पकौड़े इत्यादि बनाने के लिए जो सामान प्रयोग में लाया जाता है उसकी भी आज तक जांच नहीं की गई और न ही इसका कोई सैंपल भरा गया।