Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Aug, 2017 10:08 AM
राज्य में खुफिया तंत्र को मजबूत करने के लिए पंजाब पुलिस व आर्म्ड पुलिस के अलावा अब सी.आई.डी. विंग का अलग विभाग होगा। यह विंग अब
जालंधर(रविंदर शर्मा): राज्य में खुफिया तंत्र को मजबूत करने के लिए पंजाब पुलिस व आर्म्ड पुलिस के अलावा अब सी.आई.डी. विंग का अलग विभाग होगा। यह विंग अब पंजाब इंटैलीजैंस कैडर के नाम से काम करेगा। इस विंग में 816 मुलाजिमों की तैनाती को हरी झंडी मिल गई है।
स्क्रूटनी कमेटी ने इन 816 मुलाजिमों की सी.आई.डी. विंग में तैनाती को हरी झंडी दी थी। स्क्रूटनी कमेटी की सिफारिश पर डी.जी.पी. सुरेश अरोड़ा ने मुहर लगा दी है। पूर्व अकाली-भाजपा सरकार ने राज्य में सी.आई.डी. विभाग का अलग विंग बनाने को हरी झंडी दी थी। इसके बाद से इस विंग की स्थापना की प्रक्रिया चल रही थी। इस विंग में मुलाजिमों की तैनाती के लिए आई.जी. रैंक अधिकारियों की निगरानी में स्क्रूटनी कमेटी का गठन किया गया था। इस स्क्रूटनी कमेटी ने अब अपनी फाइनल रिपोर्ट सौंप दी है। इस विंग में सब-इंस्पैक्टर रैंक अधिकारियों को इंटैलीजैंस आफिसर के नाम से पुकारा जाएगा। इस विंग में 69 सब-इंस्पैक्टर अधिकारियों की नियुक्ति की गई है।
इसके अलावा ए.एस. आई. रैंक अधिकारी को असिस्टैंट इंटैलीजैंस अधिकारी के नाम से जाना जाएगा और विंग में 56 ए.एस.आई. की तैनाती की गई है। साथ ही हैड कांस्टेबल रैंक को विंग में इंटैलीजैंस अस्सिटैंट के रूप में जाना जाएगा और विंग में 171 हैड कांस्टेबल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही 518 कांस्टेबल रैंक मुलाजिमों की इस विंग में तैनाती की गई है। यह विभाग अब अपने स्तर पर ही काम करेगा और प्रदेश के खुफिया तंत्र को मजबूत करेगा।