Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Oct, 2017 11:06 AM
पिछले कुछ महीनों से देश में स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग और चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर माहौल-सा बना हुआ है, परन्तु दीवाली पर्व
जालंधर(खुराना): पिछले कुछ महीनों से देश में स्वदेशी वस्तुओं के प्रयोग और चीनी वस्तुओं के बहिष्कार को लेकर माहौल-सा बना हुआ है, परन्तु दीवाली पर्व को लेकर इन दिनों यौवन पर चल रहे लडिय़ों के कारोबार पर चीन का कब्जा अभी भी बरकरार है।
हालात ऐसे हैं कि चीनी लडिय़ां पिछले सालों की अपेक्षा और भी सस्ती बिक रही हैं तथा इस बार चीन ने रोशनी के भारतीय त्यौहार हेतु कई नई आइटमें भारतीय बाजारों में धकेली हैं।पंजाब केसरी की टीम ने फगवाड़ा गेट मार्कीट का दौरा करने पर पाया कि करीब हर दुकान पर चीनी लडिय़ां बिक रही हैं और लोग भी इन्हें खरीदने में उत्सुकता दिखा रहे हैं। इतना असर जरूर पड़ा है कि लडिय़ों की पैकिंग इत्यादि के अधिकांश डिब्बों पर ‘मेड इन चाइना’ शब्द गायब है।
कई दुकानदारों से बातचीत करने पर पता चला कि भारत अभी तक चीनी लडिय़ों का मुकाबला ही नहीं कर पाया और न ही किसी कम्पनी ने इस रेंज में कोई आइटम तैयार की है, इसलिए न चाहते हुए भी कई कट्टर दुकानदारों को चीनी सामान बेचना पड़ रहा है। ऐसे दुकानदारों का मानना है कि अगर भारत सरकार ही बड़े-बड़े कांट्रैक्ट चीनी कम्पनियों को दिए जा रही है तो फिर छोटे कारोबारियों को चीनी वस्तुओं के बायकॉट के नाम पर क्यों परेशान किया जा रहा है?