Edited By Punjab Kesari,Updated: 26 May, 2017 07:09 AM
शास्त्री मार्कीट चौक के निकट से बच्चे का मोटरसाइकिल सवार युवक द्वारा अपहरण कर लेने की सूचना झूठी निकली। जिस बच्चे के अपहरण की सूचना को लेकर कमिश्नरेट पुलिस पशोपेश में थी..........
जालंधर(प्रीत, सुधीर) : शास्त्री मार्कीट चौक के निकट से बच्चे का मोटरसाइकिल सवार युवक द्वारा अपहरण कर लेने की सूचना झूठी निकली। जिस बच्चे के अपहरण की सूचना को लेकर कमिश्नरेट पुलिस पशोपेश में थी, दरअसल वह बच्चा उस समय अपनी मां के साथ थाना-3 में बैठा था। पुलिस ने झूठी सूचना देने वाले बच्चे के मामा विक्की गिरि के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की है।
उल्लेखनीय है कि दोपहर के समय शास्त्री मार्कीट के निकट से एक व्यक्ति ने फोन नम्बर 97791-62926 से पुलिस कंट्रोल रूम पर सूचना दी कि एक व्यक्ति मासूम बच्चे को अपने मोटरसाइकिल (नम्बर पी.बी. 08 बी.एक्स.-1498) पर अपहरण कर ले गया है। सूचना मिलते ही ए.सी.पी. सैंट्रल सतिन्द्र चड्ढा, थाना नम्बर-4 के प्रभारी बलबीर सिंह, थाना नई बारादरी के इंस्पैक्टर प्रेम कुमार पुलिस फोर्स सहित मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। करीब एक घंटे की जांच में ए.सी.पी. सतिन्द्र चड्ढा ने मामला हल कर दिया। ए.सी.पी. सतिन्द्र चड्ढा ने बताया कि जांच में पता चला कि पुलिस कन्ट्रोल रूम में सूचना देने वाला युवक बच्चे का मामा विक्की गिरि है। दरअसल में विक्की गिरि की बहन कविता की शादी फगवाड़ा के मोहल्ला सतनामपुरा निवासी सोनू के साथ हुई थी। कविता व सोनू का 7 साल का बच्चा है। ससुराल पक्ष से विवाद के कारण कविता जालंधर आ गई और जोगिन्द्र नगर, रामा मंडी इलाके में किराए के मकान में रहने लगी। थाना-3 में कविता ने पति सोनू, ससुर दलीप गिरि, सास जीतो व अन्यों के खिलाफ शिकायत दी थी। आज दोपहर पुलिस ने दोनों पक्षों को बुलाया था। थाना में ससुराल पक्ष के लोग कविता तथा उसका भाई विक्की गिरि मौजूद था।
थाना आने के समय कविता अपने बच्चे को घर छोड़ आई लेकिन बच्चा रोने लगा तो कविता के निकट किराए पर रहने वाला युवक वरिन्द्र कुमार कविता के लड़के हरदीप को मोटरसाइकिल पर लेकर थाना-3 के बाहर आ गया। जब वह बच्चे को कुछ खिला रहा था तो विक्की गिरि ने कन्ट्रोल रूम में झूठी शिकायत दे दी। बच्चे को खिलाने के पश्चात वरिन्द्र उसे कविता को सौंप कर चला गया। कविता ने पूछताछ में बताया कि उसके मायके व ससुराल पक्ष के लोग शक करते हैं कि उसके वरिन्द्र के साथ संबंध हैं। इसी कारण से विक्की ने वरिन्द्र को फंसाने के लिए झूठी शिकायत दे दी। झूठी शिकायत देने वाले विक्की गिरि के खिलाफ धारा-182 के अधीन कार्रवाई की गई है।