Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Nov, 2017 03:30 PM
असिस्टैंट कमिश्नर शिकायतें पूनमप्रीत कौर की बदली के बाद पहले दिन बाल मजदूरी के खिलाफ सड़कों पर उतरी जिला टास्क फोर्स कमेटी के अधिकारियों की आधी अधूरी टीम चर्चा का विषय बनी रही, क्योंकि आज की टीम में न तो डिप्टी डायरैक्टर ऑफ फैक्टरी विभाग का कोई...
लुधियाना(खुराना): असिस्टैंट कमिश्नर शिकायतें पूनमप्रीत कौर की बदली के बाद पहले दिन बाल मजदूरी के खिलाफ सड़कों पर उतरी जिला टास्क फोर्स कमेटी के अधिकारियों की आधी अधूरी टीम चर्चा का विषय बनी रही, क्योंकि आज की टीम में न तो डिप्टी डायरैक्टर ऑफ फैक्टरी विभाग का कोई उच्चाधिकारी मौजूद रहा और न ही नायब तहसीलदार या तहसीलदार पद का अधिकारी।
जिसके चलते छापेमारी टीम ने समाज सेवी संस्था बचपन बचाओ आंदोलन के कार्यकत्र्ताओं के बार-बार आह्वान के बावजूद मात्र एक हौजरी यूनिट में दबिश देकर 2 मासूमों को ही बाल मजदूरी की नारकीय जीवन से मुक्त करवाने के उपरांत समय रहते ही आप्रेशन समाप्ति की घोषणा कर दी। बता दें कि आज जिला टास्क फोर्स टीम द्वारा राहों रोड स्थित विश्वकर्मा नगर की गली नं.-7 में पड़ती एक घरेलू हौजरी इकाई में रेड कर मौके पर 3 मासूम बज्जों को बाल मजदूरी करते हुए छुड़वाया, जबकि मौके पर टीम का हिस्सा रहे सेहत विभाग के डाक्टरों की टीम ने 1 बज्जे की उम्र 18 साल से ज्यादा होने की आशंकाओं को लेकर डाऊट ऑफ बैनीफिट देते हुए छोड़ दिया व अन्य 2 मासूमों को बाल मजदूरी के बंधनों से मुक्त करवा लिया। रिहा करवाए गए दोनों बच्चों की सिविल अस्पताल से जांच करवाने के बाद उनको सी.डब्ल्यू.पी. के अधिकारियों को सौंप दिया गया है। बताया जा रहा है कि बच्चों के माता-पिता मौके पर मौजूद न होने के कारण उनको शार्ट टर्म के लिए शिमलापुरी स्थित बाल गृह में शिफ्ट कर दिया गया है।