Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jun, 2017 05:26 PM
बाल मजदूरी के खात्मे संबंधी छेड़े गए साप्ताहिक अभियान के चौथे दिन औद्योगिक घरानों के साथ-साथ कपड़े व मनियारी आदि की दुकानें
लुधियाना (खुराना): बाल मजदूरी के खात्मे संबंधी छेड़े गए साप्ताहिक अभियान के चौथे दिन औद्योगिक घरानों के साथ-साथ कपड़े व मनियारी आदि की दुकानें जिला टास्क फोर्स के निशाने पर रहीं। आज अधिकारियों की 2 विभिन्न टीमों ने नगर के अलग-अलग इलाकों में स्थित फैक्टरियों, हौजरियों, कपड़े व मनियारी आदि की दुकानों पर छापेमारी करके 9 मासूम बच्चों को बाल मजदूरी से मुक्ति दिलवाई।
टीम-ए की अगुवाई करते हुए डिप्टी डायरैक्टर ऑफ फैक्टरी विंग नरिंद्र सिंह ने फोकल प्वाइंट स्थित एक साइकिल इंडस्ट्री पर कार्रवाई करते हुए 6 बच्चों को बाल मजदूरी की कैद से आजादी दिलवाई। इस दौरान उनकी टीम ने लेबर इंस्पैक्टर हरदेव सिंह, प्रदीप कुमार, मैडम पूनम चाइल्ड प्रोटैक्शन विभाग, डा. बग्गा सेहत विभाग, हरजिंद्र सिंह बचपन बचाओ आंदोलन संस्था वालंटियर आदि मुख्य तौर पर शामिल थे। वहीं टीम-बी का नेतृत्व कर रहे असिस्टैंट डिप्टी डायरैक्टर ऑफ फैक्टरी विंग मक्खन सिंह की टीम ने शहर के पॉश इलाके शास्त्री नगर स्थित गुरु तेग बहादुर अस्पताल के नजदीक पड़ती कई दुकानों पर कार्रवाई करते हुए 3 बच्चों को बाल मजदूरी से निजात दिलाई।
9 में से 6 बच्चों का नहीं हो पाया मैडीकल
इंस्पैक्टर हरदेव सिंह के मुताबिक सिविल अस्पताल पहुंचने पर बाल मजदूरी के बंधन से आजाद करवाए गए 9 में से 6 बच्चों की मैडीकल जांच नहीं हो पाई। उन्होंने बताया कि 3 बच्चों का एक्स-रे करने के बाद मौके पर मौजूद डाक्टरों ने यह कहते हुए अन्य 6 बच्चों का मैडीकल करने से कथित इंकार कर दिया कि एक्स-रे मशीन गर्म होने के कारण अब बच्चों का एक्स-रे नहीं हो सकता।