Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Sep, 2017 01:31 PM
गिद्दड़बाहा में माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब एक विवाहिता की गत रात्रि हुई मौत के बाद उसके मायके पक्ष ने शव को सिविल अस्पताल के बाहर रख कर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी कर यातायात ठप्प किया।
गिद्दड़बाहा (कुलभूषण): गिद्दड़बाहा में माहौल उस समय तनावपूर्ण हो गया जब एक विवाहिता की गत रात्रि हुई मौत के बाद उसके मायके पक्ष ने शव को सिविल अस्पताल के बाहर रख कर पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी कर यातायात ठप्प किया।
अजैब सिंह पुत्र जगीर सिंह निवासी जटाना खुर्द (जिला मानसा) ने बताया कि उसकी लड़की खुशदीप कौर की शादी करीब 10 साल पहले गिद्दड़बाहा के वार्ड नं 9 के रहने वाले जगदेव सिंह पुत्र बलदेव सिंह के साथ हुई थी। शादी के बाद उसकी बेटी काे ससुराल परिवार दहेज की मांग को लेकर तंग-परेशान करने लगा।
इस संबंध में उसने पुलिस के उच्च अधिकारियों को अपने ससुराल परिवार की तरफ से की गई मारपीट पर कार्रवाई करने के लिए प्रार्थना की थी। पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। खुशदीप कौर के ससुराल परिवार की तरफ से उसकी मारपीट के साथ उसको जहरीली चीज पिलाई गई थी, जिस पर बिगड़ती हालत को देखते हुए गत 13 सितम्बर को उसके पति और मायके परिवार ने उसको गिद्दड़बाहा के सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया था।
अजैब सिंह ने बताया कि थाना गिद्दड़बाहा के एस.एच.ओ. नरिन्द्र सिंह ने खुशदीप के ससुराल परिवार से पैसे लेकर उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। लड़की को सिविल अस्पताल से भुच्चो मंडी अस्तपाल में रैफर किया गया जहां से उसको इलाज के लिए गोनियाना (बठिंडा) ले गए जहां गत रात करीब 12 बजे खुशदीप की मौत हो गई।
थाना गिद्दड़बाहा के एस.एच.ओ. नरिन्द्र सिंह ने बताया कि पुलिस द्वारा लड़की के पिता अजैब सिंह के बयानों पर ससुर बलदेव सिंह पुत्र सज्जन सिंह, ननद पालो पुत्री बलदेव सिंह, ननद वीरपाल कौर पुत्री बलदेव सिंह, जेठ आत्मा सिंह पुत्र बलदेव सिंह, हरचरन सिंह पुत्र बलदेव सिंह और गुरसाहिब सिंह पुत्र गुरतेज सिंह सभी निवासी गिद्दड़बाहा के विरुद्ध मुकद्दमा दर्ज कर लिया है।खुशदीप कौर की मृतक देह को सिविल अस्पताल के बाहर सड़क पर रख कर इंसाफ की मांग कर रहे उसके मायका परिवार द्वारा धरना लगाया हुआ था । जैसे ही खुशदीप कौर के दोनों बच्चों ने अपनी मां की लाश देखी तो वे मां-मां करते बिलखते रहे।