Edited By Updated: 21 Apr, 2017 10:55 AM
पिछले साल अन्य शहरों की तरह जालंधर में भी हजारों लोग चिकनगुनिया और डेंगू से पीड़ित हुए और कइयों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी।
जालंधर (खुराना): पिछले साल अन्य शहरों की तरह जालंधर में भी हजारों लोग चिकनगुनिया और डेंगू से पीड़ित हुए और कइयों को अपनी जान तक गंवानी पड़ी। इन दोनों घातक बीमारियों की वजह से जहां पिछले साल डाक्टरों का कारोबार खूब फला-फूला, वहीं हजारों लोग बीमारियों पर हुए खर्चों के कारण परेशान रहे। शहर में अभी भी सैंकड़ों लोग ऐसे हैं, जो पिछले साल चिकनगुनिया से पीड़ित हुए थे और अभी भी उनके जोड़ों इत्यादि में दर्द कायम है और वे नियमित दवाइयां खा रहे हैं। पंजाब सरकार ने इस मामले में अलर्ट जारी किया है कि इस साल यानी 2017 में भी राज्य के शहरों में चिकनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियां पनप सकती हैं और कभी भी महामारी का रूप धारण कर सकती हैं। इसके दृष्टिगत सरकार ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित उपाय करने को कहा है, जिसके तहत नगर निगमों व कमेटियों के अधिकारियों को ट्रेङ्क्षनग दी जा रही है कि इन दोनों बीमारियों से कैसे बचा जा सकता है। इसी संदर्भ में आज जालंधर सिविल अस्पताल के एपिडैमिक विंग द्वारा एक बैठक जालंधर निगम कार्यालय में करवाई गई, जिसमें डा. सतीश व उनकी टीम ने नगर निगम के सैनीटेशन विभाग के अधिकारियों तथा आसपास के कस्बों की कमेटियों के प्रतिनिधियों को महामारी बारे उपयोगी जानकारी दी। उनके लक्षणों व बचाव बारे बताया। बैठक दौरान ज्वाइंट कमिश्नर डा. जयइंद्र सिंह, हैल्थ आफिसर डा. श्रीकृष्ण व अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
निगम ने बनाया रोडमैप
इस साल भी डेंगू और चिकनगुनिया के पनपने की सम्भावना को देखते हुए जालंधर नगर निगम ने एक रोडमैप बनाया है, जिसके तहत उन क्षेत्रों में विशेष ध्यान रखा जाएगा, जहां पिछले साल इन दोनों बीमारियों ने पैर पसारे। इसके अलावा लोगों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा तथा हर शुक्रवार को ड्राई-डे मनाया जाएगा, जिसके तहत कूलरों, घर की छतों व गमलों इत्यादि में पड़े पानी को साफ करवाया जाएगा।