Edited By Punjab Kesari,Updated: 31 Jan, 2018 05:28 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने केंद्रीय बजट से पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर कृषि विकास कार्यक्रमों में केंद्र की 90 प्रतिशत हिस्सेदारी मांगी है।
जालन्धर (धवन) : पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने केंद्रीय बजट से पूर्व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर कृषि विकास कार्यक्रमों में केंद्र की 90 प्रतिशत हिस्सेदारी मांगी है। प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा है कि कृषि क्षेत्र में चल रहे आर्थिक संकट को देखते हुए केंद्र की हिस्सेदारी 90 व राज्य सरकार की 10 प्रतिशत होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने किसानों की आमदनी को बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि फसल विविधिकरण जैसे कार्यक्रमों से ही कृषि क्षेत्र में विकास आ सकता है। उन्होंने कहा कि 5 वर्षों में किसानों की आमदनी को दुगना करना तब तक संभव नहीं होगा जब तक केंद्र सरकार राज्यों को कृषि विकास कार्यक्रमों के लिए 90 प्रतिशत सहयोग नहीं देती है। उन्होंने पंजाब की कृषि क्षेत्र में भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि मौजूदा उपलब्ध तकनीक को और बढ़ाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि चावल व गेहूं के चक्र से किसानों को निकालने की जरूरत है क्योंकि इन फसलों के कारण मिट्टी व पानी का दुरपयोग बढ़ा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय फसल विविधिकरण की सबसे ज्यादा जरूरत है।
उन्होंने कृषि विकास योजनाओं जैसे आर.के.वी.वाई., एम.आई.डी.एच., एन.एफ.एस.एम., ए.टी.एम.ए. आदि में केंद्र की कम भागीदारी पर ङ्क्षचता जताते हुए कहा कि राज्यों को 40 प्रतिशत योगदान डालने के लिए कहा जा रहा है जोकि उचित नहीं है। राज्य सरकारों के संसाधन व आमदनी पहले ही सीमित है। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कृषि क्षेत्र में अनुसंधान हो रहे हैं जिसे भारत में भी लागू करने की जरूरत है। कृषि क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी फसलों का भी उचित मूल्य केंद्र द्वारा नहीं दिया जा रहा है। इस तरफ भी केंद्र सरकार को ध्यान देना होगा क्योंकि किसानों को उन्नत किए बिना देश में आॢथक विकास संभव नहीं।