Edited By Punjab Kesari,Updated: 13 Mar, 2018 10:32 AM
पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने अवैधमाइनिंगके मामले में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का नाम एक बार फिर से घसीटते हुए आरोप लगाया कि उनके सगे सांढू का बेटा भूपिंद्र सिंह उर्फ हनी सरकार द्वारा आबंटित मलिकपुर माइन में...
चंडीगढ़ (शर्मा): पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता सुखपाल सिंह खैहरा ने अवैधमाइनिंगके मामले में तकनीकी शिक्षा मंत्री चरणजीत सिंह चन्नी का नाम एक बार फिर से घसीटते हुए आरोप लगाया कि उनके सगे सांढू का बेटा भूपिंद्र सिंह उर्फ हनी सरकार द्वारा आबंटित मलिकपुर माइन में पार्टनर है। यह माइन उन 6 खदानों में से एक है जिन पर अवैध माइनिंग को लेकर मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह के निर्देशों के बाद कार्रवाई हुई है।
सोमवार को अपने सरकारी निवास पर पत्रकारों को संबोधित करते हुए खैहरा ने कहा कि उक्त माइन पंजाब रियल्टर्ज नामक जिस फर्म को आबंटित हुई है उसमें कुदरतदीप सिंह व भूपिंद्र सिंह उर्फ हनी बिजनैस पार्टनर हैं तथा भूपिंद्र सिंह तकनीकी शिक्षा मंत्री चन्नी के सगे सांढू का बेटा है इसलिए यह जरूरी हो जाता है कि इस खदान को हासिल करने में किए गए निवेश के स्रोत की जांच हो।
उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री राणा गुरजीत सिंह के मामले में भी जब खदान हासिल करने के स्त्रोत की परतें खुलीं तो राणा गुरजीत सिंह को मंत्री पद से हाथ धोना पड़ा। खैहरा ने मुख्यमंत्री कै. अमरेंद्र सिंह से मांग की कि उक्त खदान के आबंटन में लगे धन के स्त्रोत की जांच के लिए आयोग का गठन किया जाए। बेशक यह जिम्मेदारी राणा गुरजीत सिंह मामले की जांच कर चुके जस्टिस नारंग को ही दे दी जाए ताकि राणा गुरजीत सिंह को क्लीन चिट देकर की जा चुकी गलती को वह सुधार सकें।