Edited By Punjab Kesari,Updated: 27 May, 2017 08:54 AM
सिविल अस्पताल में आज सुबह प्रसव के बाद बज्जे बदलने का मामला सामने आया है।
अमृतसर (दलजीत शर्मा): सिविल अस्पताल में आज सुबह प्रसव के बाद बज्जे बदलने का मामला सामने आया है। अस्पताल में दाखिल महिला के पति ने अस्पताल प्रशासन पर लड़का दिखा कर लड़की देने का आरोप लगाया है तथा इस संबंधी पुलिस के उज्ज अधिकारियों को भी शिकायत दी है। अस्पताल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। जानकारी अनुसार आज सुबह 3 से 4 बजे के बीच में सिविल अस्पताल में 2 गर्भवती महिलाओं के प्रसव हुए। इनमें से पहला प्रसव तानिया पत्नी गौरव तथा दूसरा ज्योति पत्नी प्रिंस का हुआ। तानिया के पति गौरव ने पत्रकारों को बताया कि सुबह 3 बजे के बाद उसकी बहन चांदनी लेबर रूम से बाहर आई तथा उसने बताया कि उसके घर लड़के ने जन्म लिया है। गौरव ने कहा कि उसने तुरंत ही यह जानकारी अपने सभी परिजनों को दे दी। कुछ समय बाद चांदनी फिर लेबर रूम से बाहर आई तथा कहा कि स्टाफ चाय मांग रहा है। गौरव के अनुसार सुबह का समय होने के कारण कोई भी दुकान खुली नहीं थी। इस दौरान दूर से चाय लाने में उसे समय लग गया, जब उसने आकर स्टाफ को चाय दी तो उन्होंने चांदनी को बच्चा देकर कहा कि अस्पताल के डाक्टरों से इसकी जांच करवा लें। डाक्टरों ने जब बच्चे की जांच की तो वह लड़के की बजाय लड़की निकली। उसने जब लेबर रूम के स्टाफ से इस संबंधी बातचीत की तो उन्होंने बुरा व्यवहार किया। गौरव ने दावा किया कि पैदा हुआ बच्चा लड़का उसका है, अस्पताल स्टाफ ने बच्चे की अदला-बदली कर दी है। अस्पताल के सीनियर अधिकारी भी उसकी सुनवाई नहीं कर रहे हैं।
गौरव ने की डी.एन.ए. टैस्ट कराने की मांग
शिकायतकत्र्ता गौरव ने कहा कि अस्पताल प्रशासन दावा कर रहा है कि उसके घर बेटी ने जन्म लिया है। यदि अस्पताल प्रशासन इतना ही सच्चा है तो उसका डी.एन.ए. टैस्ट करवाया जाए। गौरव ने कहा कि वह गरीब है, डी.एन.ए. टैस्ट नहीं करवा सकता। यदि अस्पताल प्रशासन डी.एन.ए. के पैसे खर्च करे तो वह टैस्ट करवाने के लिए तैयार है। उसने कहा कि रिपोर्ट में सच्चाई खुद सामने आ जाएगी।
क्या कहना है एस.एम.ओ. का
सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. राजिन्द्र अरोड़ा ने कहा कि गौरव अस्पताल प्रशासन पर झूठे आरोप लगा रहा है। उसके घर लड़की ही पैदा हुई है। लेबर रूम में जब बच्ची पैदा हुई तो उसकी पत्नी तानिया से पूछा गया कि बच्ची किस को पकड़ाएं तो उसने चांदनी को बच्ची देने के लिए कहा। इस संबंधी फाइल पर हस्ताक्षर भी हैं। अस्पताल प्रशासन के पास जो रिकॉर्ड है उसमें स्पष्ट है कि गौरव के घर लड़की ही पैदा हुई है। डी.एन.ए. टैस्ट के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा जाएगा।
क्या कहते हैं अस्पताल के इंचार्ज
इस संबंधी जब अस्पताल के इंचार्ज डा. चरणजीत से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि डा. अरोड़ा मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। वह जिस समय की वह बात कर रहा है उसके काफी समय बाद ज्योति के घर लड़का पैदा हुआ है। उसके आरोप अपनी ही बातों पर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।
क्या कहती है पुलिस
इस संबंधी जब शिवाला चौकी के कर्मचारी से बातचीत की गई तो उसने कहा कि शिकायत आई है, मामले की जांच की जा रही है।