Edited By Punjab Kesari,Updated: 17 Jun, 2017 12:17 PM
भर्ती के दौरान समाने आ रहे फर्जीवाड़ों पर लगाम कसने के इरादे से सेना ने भर्ती नियमों में कुछ बदलाव किया है।
चंडीगढ़ः भर्ती के दौरान समाने आ रहे फर्जीवाड़ों पर लगाम कसने के इरादे से सेना ने भर्ती नियमों में कुछ बदलाव किया है। दरअसल, अब अभ्यर्थी को शपथपत्र देना होगा कि ‘मैं कुंवारा हूं’ तभी उसके आवेदन पर विचार किया जाएगा। भर्ती मुख्यालय के सैन्य अफसरों का मानना है कि इससे फर्जीवाड़े पर काफी हद तक लगाम लगेगी।
पिछले कुछ समय से भर्ती में फर्जीवाड़े से सेना के अफसर परेशान हैं। इससे बचने के लिए भर्ती के कई नियमों में फेरबदल का फैसला लिया। सेना की खुली भर्ती में 18 साल से अधिक आयु के युवक ही भाग ले सकते हैं। लेकिन 21 साल से कम आयु के विवाहित युवक भी चयनित हो जाते थे। इसके बाद ट्रेनिंग आदि के दौरान ऐसे युवकों के चोटिल होने या मौत हो जाने पर उनकी पत्नियां सेना पर मुआवजे के लिए दावा ठोक देती थीं। जबकि 21 साल से पहले शादी को कानूनी मान्यता नहीं है।
इसके कारण सेना के सामने मुश्किल आ जाती थी। इन पचड़ों से बचने के लिए भर्ती मुख्यालय ने फैसला लिया है कि भर्ती के लिए आने वाले 21 साल से कम उम्र के युवकों को शपथपत्र देना होगा कि वह कुंवारा है। इस शपथपत्र को उसे अपने गांव के सरपंच या शहर में वार्ड के पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि से सत्यापित भी कराना होगा।’ उसके बाद ही उसके आवेदन पर विचार किया जाएगा।
कान में मैल मिली तो अनफिट
भर्ती के दौरान यदि कान में मैल मिलने या फिर कान के बाल बड़े मिले तो आवेदक को अयोग्य घोषित कर दिया जाएगा। भर्ती मुख्यालय ने भर्ती के दौरान इससे संबंधित डाक्टरी परीक्षा में फेरबदल किया है। पहले ऐसे अभ्यर्थियों को पूरी तरह से फिट होने के लिए 21 से 42 दिन का समय दे दिया जाता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उन्हें मौके पर ही अनफिट कर दिया जाएगा।
लिपिक के लिए अब बारहवीं में चाहिए फर्स्ट डिवीजन
सेना में लिपिक पद की भर्ती के दौरान शैक्षणिक योग्यता में भी फेरबदल किया गया है। अब लिपिक पद की भर्ती के लिए अभ्यर्थी को बारहवीं में 60 फीसदी अंक लेने अनिवार्य होंगे। पहले केवल बारहवीं पास से काम चल जाता था। इसके अतिरिक्त गणित और अंग्रेजी में 50 अंक होने भी जरूरी हैं। ऐसा न होने पर उन्हें सैनिक लिपिक परीक्षा के अयोग्य माना जाएगा। इसके अतिरिक्त अब सभी अभ्यर्थियों को आधार कार्ड भी देना अनिवार्य होगा।