Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 10:36 AM
शादी के 6 दिन बाद ही प्रेमी संग फरार हुई नवविवाहिता को 6 माह बाद पुलिस ने डेराबस्सी से गिरफ्तार कर ही लिया।
डेराबस्सी (गुरप्रीत): शादी के 6 दिन बाद ही प्रेमी संग फरार हुई नवविवाहिता को 6 माह बाद पुलिस ने डेराबस्सी से गिरफ्तार कर ही लिया। सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत रद्द होने के बाद वह स्थानीय कोर्ट में सरैंडर करने आई थी। फरार होने के पीछे वह मायकेवालों और ससुरालियों को ही दोषी ठहराती रही। इससे पहले उसने सैशन कोर्ट के निर्देशों से पांच महीने पहले पुलिस जांच ज्वाइन की थी।
सोमवार को रंजीता के पिता नरेश थाने में रंजीता को कसूरवार बताते रहे। पिता ने आरोप लगाया कि रंजीता के वकील व अदालत समेत उसका सारा खर्च अंकित उठा रहा है क्योंकि अंकित उक्त वकील का रिश्तेदार है। रंजीता ने कहा कि मायके वालों ने उसकी मर्जी के खिलाफ शादी तय की थी। उसने कोई गहने नहीं चुराए, जो गहने थे वह 5 माह पहले लौटा चुकी है। फिलहाल, वह अपने रिश्तेदारों के यहां गोहर, श्यामली, जिला मुजफ्फरनगर (यू.पी.) में रह रही है।
पति दीपक चौहान के अनुसार अभी तक सिर्फ साढे तीन लाख के गहने रिकवर हुए हैं जबकि तीन लाख के गहने और सवा लाख की नकदी व सूटकेस, घड़ी आदि रिकवर होने बाकि हैं। तफ्तीश अधिकारी ए.एस.आई. केवल सिंह ने बताया कि चोरी के गहनों, कीमती सामान व नकदी रिकवर होनी बाकी है। यह सामान न लौटाने पर सेशन कोर्ट व हाइकोर्ट से रंजीता की अग्रिम जमानत रद्द हो गई थी। इसी आधार पर इसी महीने सुप्रिम कोर्ट में भी उसकी अग्रिम जमानत रद्द हो गई। अपने वकील की सलाह पर वह डेराबस्सी कोर्ट में सरैंडर करने आई थी जहां से सूचना मिलने पर रंजीता को गिर तार कर लिया गया है।
बता दें कि रंजीता 24 अप्रैल की रात अपने पति को नशीला नींबू पानी देकर ससुरालिया परिवार के गहनों और नकदी फरार हो गई थी। दीपक की शिकायत पर रंजीता के और उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ डेराबस्सी थाने में केस दर्ज है। पुलिस ने बाद में उसके प्रेमी अंकित व रिशतेदार ओमकार को एक महीने बाद केस में नामजद किया था।