Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Jan, 2018 06:00 PM
आज सुबह घनी धुंध की पुन: चादर ने सर्दी का दूसरा पड़ाव शुरू कर दिया है, न सिर्फ घनी धुंध बढ़ी है, बल्कि पारा भी काफी नीचे गिर गया है। ....
बाघापुराना(चुटानी): आज सुबह घनी धुंध की पुन: चादर ने सर्दी का दूसरा पड़ाव शुरू कर दिया है, न सिर्फ घनी धुंध बढ़ी है, बल्कि पारा भी काफी नीचे गिर गया है। मौसम के बदले मिजाज के कारण समूची जिंदगी की रफ्तार प्रभावित होकर रह गई है। गरीब वर्ग के लिए यह धुंध तथा ठंड आफत बनी है। ‘जीरो विजीबिलिटी’ के चलते सड़कों पर वाहनों के टकराव का खतरा काफी बढ़ गया है। सड़कों के आसपास तथा अंधेरे में सफेद पट्टियां 80 प्रतिशत से अधिक सड़कों पर तो लगाई ही नहीं गईं, जबकि जिन 20 प्रतिशत सड़कों पर ये लगाई गई हैं वे असल में मध्यम हो चुकी हैं, जिस कारण वाहन में चालकों को नेतृत्व देने वाला कोई साधन नहीं मिल रहा। सड़कों पर चलते बहुगिनती में वाहनों के पीछे या आगे किसी भी किस्म के रिफ्लैक्टर न होने कारण सड़क हादसों में बढ़ौतरी हो रही है।
धुंध के जाल कारण बसें हो रहीं लेट, यात्री परेशान
बसें व यात्री गाडिय़ां धुंध के जाल कारण निश्चित समय से कई-कई घंटे देरी से चल रही है, जिस कारण विद्यार्थी व मुलाजिम वर्ग भारी परेशान दिखाई दिए। तापमान नीचे गिरने के चलते स्कूली बच्चे ठिठुरते ही स्कूलों में पहुंचे।
प्रशासन से मांग: स्कूलों में छुट्टियां या समय में तबदीली की जाए
अभिभावकों ने जिला प्रशासन से मांग की कि या तो इन दिनों में स्कूलों में छुट्टियां कर दी जाएं या फिर समय में तबदीली की जाए। दूर-दराज से आने वाले सरकारी मुलाजिमों के दफ्तरों में देरी से पहुंचने कारण प्रभावित होते लोगों के ऐसे कार्यों की पूॢत बढ़ाई जाए, जिनको मुकम्मल करने के लिए समय सीमा निश्चित की गई है।