Edited By Punjab Kesari,Updated: 02 Nov, 2017 02:18 PM
केन्द्र सरकार की ओर से पैट्रोलियम पदार्थों व रसोई गैस में हर माह 4 रुपए बढ़ौतरी व अभी हाल ही में 93.50 रुपए बढ़ाने के बाद गृहिणियों में सरकार के प्रति खासा रोष देखा जा रहा है। गृहिणियों का कहना है कि एक ओर जहां सरकार ने महंगाई से लोगों की कमर तोड़...
फरीदकोट (हाली, तनेजा): केन्द्र सरकार की ओर से पैट्रोलियम पदार्थों व रसोई गैस में हर माह 4 रुपए बढ़ौतरी व अभी हाल ही में 93.50 रुपए बढ़ाने के बाद गृहिणियों में सरकार के प्रति खासा रोष देखा जा रहा है। गृहिणियों का कहना है कि एक ओर जहां सरकार ने महंगाई से लोगों की कमर तोड़ दी है, वहीं गैस के दाम बढ़ा देने से गरीबों को ही खत्म कर रही है। महिलाओं ने कहा कि सरकार ने वायदा किया था कि सत्ता में आने के बाद वे देश की गरीबी को मिटा देंगे पर कोरा आश्वासन ही निकला, देश के लोगों को अब समझ में आ रहा है कि सरकार के मंसूबे क्या हैं। उसने गरीबी नहीं शायद गरीबों को ही मिटा देने का बीड़ा उठा रखा है। महिलाओं ने रसोई गैस में की गई वृद्धि को तुरंत वापस लेने की मांग की है।
जिले की महिलाओं ने एक स्वर से कहा है कि अगर सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला तो राज्य की महिलाएं एकत्रित होकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलेंगी। सरकार के फैसले लेने के बाद पंजाब केसरी की टीम ने गृहिणियों के किचनों से विभिन्न क्षेत्रों में योगदान दे रहे व्यक्तियों से हाल जाना । प्रस्तुत है उनके साथ बातचीत का अंश।
....अब तो जैसे जान ही निकाल लेंगे
हरिन्द्रा नगर की गृहणी कुलदीप कौर ने बताया कि गत 6 महीनों में यह चौथी बार वृद्धि की गई है। इस वृद्धि से लोगों की जैसे जान ही निकल जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने वायदा किया था कि गरीबी को मिटा देंगे पर ऐसा नहीं किया अब लगता है कि वे गरीबों को ही खत्म कर देंगे।
चूल्हा बंद करने की नौबत आ गई है
बलबीर बस्ती की गुरमीत कौर जोकि गृहिणी है, ने कहा कि गैस सिलैंडर में 100 रुपए के करीब की वृद्धि गरीबों के घरों में चूल्हा बंद करने की नौबत लेकर आएगी। एक ओर गरीबों को मुफ्त कनैक्शन देकर गैस बरतने के लिए प्रेरित किया जा रहा है व दूसरी ओर सिलैंडरों की कीमतों में वृद्धि करके गरीबों का कचूमर निकाला जा रहा है।