Edited By Punjab Kesari,Updated: 20 Sep, 2017 08:42 AM
डी.टी.ओ. कार्यालय की तरफ से एक फैंसी नंबर पी.बी. 08 ए.एफ. 0024 जिसे 2001 में नकोदर निवासी सुखदेव सिंह की फोर्ड आइकॉन गाड़ी को अलाट किया गया था और 2009 में इसी नंबर को केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला की इनोवा गाड़ी को अलाट किए........
जालंधर (अमित): डी.टी.ओ. कार्यालय की तरफ से एक फैंसी नंबर पी.बी. 08 ए.एफ. 0024 जिसे 2001 में नकोदर निवासी सुखदेव सिंह की फोर्ड आइकॉन गाड़ी को अलाट किया गया था और 2009 में इसी नंबर को केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला की इनोवा गाड़ी को अलाट किए जाने के मामले में हर रोज घटनाक्रम बड़ी तेजी से बदल रहे हैं और कोई न कोई नई बात सामने आ रही है। इसी कड़ी में जो नया तथ्य सामने आया है, वह यह कि पिछले कई महीनों से केन्द्रीय मंत्री विजय सांपला की गाड़ी बिना आर.सी. के ही सड़कों पर दौड़ रही है और उनकी तरफ से नई आर.सी. (डुप्लीकेट) बनाने के लिए कोई आवेदन डी.टी.ओ. कार्यालय के पास दिया ही नहीं गया है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ऐसी भी चर्चा है कि कुछ महीने पहले सांपला की तरफ से होशियारपुर में अपनी गाड़ी की आर.सी. गुम होने की रिपोर्ट लिखवाई जा चुकी है मगर सोचने वाली बात है कि अगर रिपोर्ट लिखवाई गई थी, तो फिर डुप्लीकेट आर.सी. बनाने के लिए डी.टी.ओ. कार्यालय में आवेदन क्यों नहीं जमा करवाया गया और अगर उन्हें इस बात की जानकारी थी कि उनकी गाड़ी की आर.सी. पुलिस के पास पड़ी हुई है तो उनकी तरफ से गाड़ी की आर.सी. पुलिस प्रशासन से लेने का कोई प्रयास क्यों नहीं किया गया। इतना ही नहीं हाल ही में सामने आई गड़बड़ी जिसमें इस बात का पता लगा है कि सांपला की गाड़ी पर लगा नंबर किसी अन्य की गाड़ी का है। इसके बावजूद सांपला की तरफ से अपनी गाड़ी की आर.सी. सही करवाने के लिए विभाग के पास कोई आवेदन नहीं जमा करवाना है।
जानकारी के अनुसार डी.सी. वरिंद्र कुमार शर्मा की तरफ से कमिश्नर पुलिस पी.के. सिन्हा के पास जो रिपोर्ट भेजी गई थी, उसमें इस बात का जिक्र अवश्य किया गया है कि विभाग से गलती हुई है और गलती सुधारने के लिए पुलिस के पास पड़ी हुई ओरीजनल आर.सी. उनके पास भेजी जाए, ताकि उनकी गाड़ी को कोई अन्य नंबर लगाकर नई आर.सी. जारी की जा सके। वैसे यहां बताने लायक है कि डी.टी.ओ. कार्यालय के पास विजय सांपला की गाड़ी का कोई रिकार्ड न मिलने को लेकर आर.टी.ए. ने अपनी तरफ से जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और जल्दी ही इसको लेकर भी पड़ताल शुरू होने वाली है कि विभाग के किस कर्मचारी की तरफ से कोताही बरती गई है।
डी.टी.ओ. कार्यालय में डबल नंबर के सैंकड़ों मामले
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विजय सांपला की गाड़ी का नंबर किसी अन्य गाड़ी को अलाट किए जाने जैसा मामला कोई पहला नहीं है इससे पूर्व भी विभाग के अंदर सैंकड़ों ऐसे मामले सामने आ चुके हैं और अधिकतर मामलों में दोनों पक्षों को अपने पास बुलाकर अधिकारियों ने उनकी रजामंदी से ही मामले का निपटारा किया है। इस मामले में भी दोनों पक्षों को बुलाकर मामले को निपटाने की चर्चा है जिसमें किसी एक गाड़ी के मालिक को अपना नंबर सरैंडर करना होगा और उसे कोई अन्य नंबर या फिर यही नंबर किसी अन्य सीरीका में अलाट किया जा सकता है।
सोशल मीडिया पर गाड़ी और जयपुर कनैक्शन को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म
केन्द्रीय मंत्री जैसे बड़े नेता से जुड़ा होने के कारण डबल नंबर विवाद की सोशल मीडिया पर खूब चर्चा हो रही है। मंगलवार को सुबह से लेकर शाम तक सांपला की इनोवा गाड़ी के हर हफ्ते जयपुर आने-जाने को लेकर खूब चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। हर कोई अपनी-अपनी बात रख रहा है और जब तक गाड़ी की नई आर.सी. जारी नहीं हो जाती है, तब तक ऐसी चर्चाएं जारी रहने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता।