‘उठ जाग नी सुतिए सरकारे, बिन किताबां किंझ पढऩ बच्चे विचारे’

Edited By Punjab Kesari,Updated: 29 Sep, 2017 10:46 AM

carless from the punjab school education board

प्राइमरी स्कूलों के नए सैशन शुरू हुए आधा वर्ष के करीब समय होने वाला है, लेकिन विद्यार्थी किताबें न मिलने कारण अपनी पढ़ाई शुरू नहीं कर पाए हैं, जिस कारण विद्यार्थियों व अभिभावकों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

बधनी कलां (बल्ल): प्राइमरी स्कूलों के नए सैशन शुरू हुए आधा वर्ष के करीब समय होने वाला है, लेकिन विद्यार्थी किताबें न मिलने कारण अपनी पढ़ाई शुरू नहीं कर पाए हैं, जिस कारण विद्यार्थियों व अभिभावकों को कई प्रकार की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

जानकारी के अनुसार सरकारी स्कूलों में पहली से 5वीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को 21 किताबें पढ़ाई जाती हैं, लेकिन इस वर्ष पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की कथित लापरवाही कारण करीब 6 महीने बीत जाने के बाद भी विद्याॢथयों को 21 किताबों में 10 किताबें नसीब नहीं हुईं। किताबों की कमी कारण विद्याॢथयों की पढ़ाई बड़े स्तर पर प्रभावित हो रही है। मोगा में 361 सरकारी प्राइमरी स्कूल हैं, जिनमें से 36 हजार से अधिक विद्यार्थी पढ़ते हैं। स्कूलों में अध्यापकों की कमी पहले ही बड़े स्तर पर पाई जा रही है, दूसरी तरफ शिक्षण सैशन के करीब 6 महीने बीतने वाले हैं, लेकिन राज्य सरकार विद्यार्थियों को अभी तक किताबें मुहैया नहीं करवा सकी। 

अभी तक किताबें जो नहीं मिलीं
पहली कक्षा की गणित व अंग्रेजी, दूसरी कक्षा की गणित व पंजाबी, तीसरी कक्षा की वातावरण, चौथी कक्षा की गणित पंजाबी, 5वीं की गणित, हिंदी तथा वातावरण की किताबें अभी तक विद्यार्थियों को नहीं मिलीं। 

किताबों के प्रकाशन में हुई देरी के कारण किताबें नहीं मिलीं 
शिक्षा अधिकारी इस संबंधी जिला शिक्षा अधिकारी मोगा ने बताया कि शिक्षा बोर्ड द्वारा किताबें प्रकाशित करने में हुई देरी के चलते ही विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिलीं। इस वर्ष विद्यार्थियों को देने के लिए जो बोर्ड द्वारा किताबें भेजी गई हैं, वे स्कूलों में भिजवा दी गई है तथा बाकी रहती किताबें शिक्षा बोर्ड द्वारा आने पर जल्द ही स्कूलों में भेजकर विद्यार्थियों में वितरित कर दी जाएंगी।

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