Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Dec, 2017 02:39 AM
लोकतंत्र के चार स्तंभों में से एक डैमोक्रेसी का अकाली दल तथा कांग्रेस ने मिलकर कत्ल कर दिया है। ब्यूरोक्रेसी भ्रष्ट हो चुकी है, अब सिर्फ मीडिया व ज्यूडीशियरी पर जनता की उम्मीदें टिकी हैं।मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह हारा हुआ रजवाड़ा है व जागीर...
गढ़शंकर(बैजनाथ): लोकतंत्र के चार स्तंभों में से एक डैमोक्रेसी का अकाली दल तथा कांग्रेस ने मिलकर कत्ल कर दिया है। ब्यूरोक्रेसी भ्रष्ट हो चुकी है, अब सिर्फ मीडिया व ज्यूडीशियरी पर जनता की उम्मीदें टिकी हैं।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह हारा हुआ रजवाड़ा है व जागीर कौर अकाली दल की हनीप्रीत है। ये शब्द पंजाब विधानसभा में विरोधी लीडर सुखपाल सिंह खैहरा ने माहिलपुर विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत में कहे। खैहरा ने कहा कि चुनावों में कांग्रेस तथा अकाली दल ने मिलकर तीसरे फ्रंट को सत्ता में आने से रोका। उन्होंने कहा कि गत 10 महीनों में 300 से अधिक किसान खुदकुशियां कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री सरकार बनाने के बाद सभी चुनावी वायदे भूल गए हैं। शगुन स्कीम तथा विधवा/बुढ़ापा पैंशन में कोई बढ़ौतरी नहीं की, दलितों को 100 यूनिट प्रति महीना मुफ्त बिजली देने की सहूलियत बंद की जा रही है। कैप्टन ने नवजोत सिंह सिद्धू तथा मनप्रीत सिंह बादल को आगे करके जनता से धोखा किया है। इस दौरान उनके साथ डा. रवजोत, विधायक जय किशन सिंह रौड़ी व अन्य भी उपस्थित रहे।