Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Jun, 2017 08:45 AM
पंजाब में कांग्रेस सरकार की स्थापना के बाद भी जिले मेें नशों का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा।ड्रग्स व शराब तस्करों के विरुद्ध अभियान के दौरान हर रोज छोटे-मोटे सौदागर ही काबू आ रहे हैं।
होशियारपुर(अश्विनी): पंजाब में कांग्रेस सरकार की स्थापना के बाद भी जिले मेें नशों का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा।ड्रग्स व शराब तस्करों के विरुद्ध अभियान के दौरान हर रोज छोटे-मोटे सौदागर ही काबू आ रहे हैं।
शराब तस्करी के लिए कुख्यात है गांव घसीटपुर
जिला होशियारपुर के मुकेरियां उप-मंडल के गांव घसीटपुर में शराब तस्करी करने के मामले में महिलाएं भी गांव के पुरुषों से कम नहीं हैं। गांव में पिछले कुछ वर्षों के दौरान शराब तस्करी के आरोप में पकड़े लोगों में महिलाओं की संख्या पुरुष तस्करों से कहीं ज्यादा है।
हिमाचल प्रदेश के छन्नी बैली क्षेत्र से आती है शराब
जिले में अवैध शराब की सप्लाई लाइन हिमाचल प्रदेश के गांव छन्नी बैली से शुरू होती है। इसके अलावा दसूहा, मुकेरियां व टांडा के मंड क्षेत्रों में भी अवैध शराब की मिनी डिस्टिलरियां भी चलती हैं। समय-समय पर पुलिस व आबकारी विभाग की तरफ से विशेष ऑप्रेशन शुरू करके मिनी डिस्टिलरियां नष्ट की जाती हैं।
नशे की सप्लाई में महिलाएं भी कम नहीं
गढ़शंकर मंडल के गांव देनोवाल खुर्द में चूरा-पोस्त व नशीले पाऊडर की सप्लाई का धंधा गत कई वर्षों से चल रहा है। गांव की कई महिलाएं भी इस धंधे में संलिप्त बताई जाती हैं। पुलिस की तरफ से इस गांव में तस्करों की गिरफ्तारी हेतु लगातार दबिश देने के बावजूद इस गांव में नशीले पदार्थों की तस्करी का धंधा पूरी तरह से नहीं रुका। आस किरण नशामुक्ति केंद्र के प्रोजैक्ट डायरैक्टर हरविन्द्र सिंह के अनुसार गत 2 माह के दौरान उनके केंद्र में 20-25 रोगी ही दालिख हुए हैं। इससे पूर्व हर माह 15-20 रोगी उपचार के लिए दाखिल होते थे। जो नए रोगी आ रहे हैं उनमें से ज्यादा एल्कोहलिक हैं। चिट्टा, नशीली दवाइयों व इंजैक्शनों का प्रयोग करने वाले नशेडिय़ों की संख्या में कमी आई है। आस किरण नशामुक्ति केंद्र में दाखिल रोगियों को ग्रुप काऊंसलिंग व इंडिविजुअल कौंसङ्क्षलग द्वारा 1 माह की काऊंसङ्क्षलग किए जाने की व्यवस्था है। यहां रोगियों के ठीक होने की प्रतिशत दर 25 से 30 प्रतिशत तक है।