Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Oct, 2017 01:52 PM
राज्य सभा सांसद श्वेत मलिक ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार पर सियासी हमला बोलते कहा कि कैप्टन सरकार पंजाब के लोगों से वि.स. चुनावों के दौरान किए गए चुनावी वायदों के विपरीत काम कर रही है। ऐसा करके कैप्टन सरकार पंजाब...
अमृतसर (महेन्द्र): राज्य सभा सांसद श्वेत मलिक ने कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार पर सियासी हमला बोलते कहा कि कैप्टन सरकार पंजाब के लोगों से वि.स. चुनावों के दौरान किए गए चुनावी वायदों के विपरीत काम कर रही है। ऐसा करके कैप्टन सरकार पंजाब की जनता से न सिर्फ धोखा कर रही है, बल्कि उन्हें गुमराह भी कर रही है।
उन्होंने कहा कि चुनावों के दौरान कांग्रेस ने उद्योगपतियों को जहां 5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली सप्लाई देने का वायदा किया था, वहीं पंजाब के किसानों का 90 हजार करोड़ रुपए का कर्ज भी माफ करने का बड़ा वायदा किया था, लेकिन कितने खेद की बात है कि कैप्टन सरकार ने उद्योगपतियों को 5 रुपए प्रति यूनिट की दर के हिसाब से बिजली की सप्लाई देने की बजाए उसमें भी वृद्धि कर दी है। अब सवाल यह पैदा होता है कि आखिर कांग्रेस पंजाब के लोगों को कब तक गुमराह करती रहेगी और पंजाब की जनता कब तक कांग्रेस के हाथों खुद गुमराह होती रहेगी?
कैप्टन सरकार व कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा हुआ बेनकाब
मलिक ने कहा कि पंजाब में 7 माह पहले हुए विधान सभा चुनावों के दौरान कांग्रेस पार्टी ने हर घर में एक को सरकारी नौकरी, युवाओं को रोजगार उपलब्ध होने तक बेरोजगारी भत्ता, स्मार्ट फोन देने, किसानों का 90 हजार करोड़ का कर्ज माफ करने, उद्योगपतियों को 5 रुपए प्रति यूनिट की दर से बिजली उपलब्ध कराने सहित कई प्रकार के लुभावने वायदे करके सत्ता हासिल की थी, लेकिन कांग्रेस पार्टी को सत्ता में आए 7 महीने होने जा रहे हैं और कैप्टन अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस पार्टी की सरकार ने अपने चुनावी वायदों के अनुसार एक भी वायदा पूरा नहीं कर दिखाया है, बल्कि इसके विपरीत बिजली की दरों में ही भारी वृद्धि कर दी है, जिससे कैप्टन सरकार तथा कांग्रेस पार्टी का असली चेहरा बेनकाब हो गया है।
घरेलू, कमर्शियल और औद्योगिक क्षेत्र में भी की गई दरों में वृद्धि
मलिक ने बताया कि पंजाब में बिजली की दरें बढ़ाने संबंधी प्रशासनिक अधिकारी कुसुमजीत सिद्धू ने कहा कि पंजाब में बढ़ाई गई बिजली की दरें अप्रैल 2017 से लागू होंगी, जिसका यही अर्थ है कि कैप्टन सरकार अब बिजली उपभोक्ताओं से पिछले 7 माह से बिजली की बढ़ी दरों के हिसाब से बिजली के बिल वसूल करेगी। बढ़ी दरों के अनुसार घरेलू बिजली कनैक्शनों पर 6.68 से 12.20 फीसदी, कमर्शियल यूनिट में 10 से 12.20 फीसदी, स्माल स्केल इंडस्ट्रीज क्षेत्र में 11.88 फीसदी, मध्यम वर्ग के लिए 9.68 फीसदी तथा लार्ज स्केल के लिए 8.50 फीसदी की बढ़ौतरी करने की बात कही जा रही है। कैप्टन सरकार ने चुनावी वायदों के विपरीत बिजली की दरों में वृद्धि करने का जो फैसला किया है, यह पंजाब की जनता के साथ एक बड़ा धोखा है।
मोदी सरकार की उपलब्धियों के विपरीत कैप्टन सरकार पर उठाए सवाल
उन्होंने कहा कि केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार देश के लोगों से किए गए सभी प्रकार के वायदों को पूरा करते हुए सभी प्रकार के आंकड़ों के आधार पर अपने दावे पेश कर रही है, लेकिन इसके विपरीत उन्होंने कैप्टन सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि क्या यह सरकार बताएगी कि उन्होंने औद्योगिक इकाइयों को 5 रुपए प्रति यूनिट के हिसाब से बिजली देने का जो वायदा किया था, अपना वह वायदा कैप्टन सरकार कब पूरा करेगी? किसानों का 90 हजार करोड़ रुपए का कर्ज माफ करने का वायदा कब और कैसे पूरा करेगी? हर घर से एक सदस्य को कब तक सरकारी नौकरी देगी? युवाओं को स्मार्ट फोन और बेरोजगारी भत्ता कब देगी? कैप्टन सरकार को चाहिए वह पंजाब की जनता को स्पष्ट करे कि वह उनसे किए गए वायदे कब तक और कैसे पूरे करेगी?