Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Mar, 2018 04:29 PM
सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अवैध माइनिंग के खिलाफ दिए गए कार्रवाई के आदेशों ने राज्य के सरकारी तंत्र को इस पर काबू पाने के लिए सक्रिय कर दिया है। लेकिन इसके...
जालंधरः सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने अवैध माइनिंग के खिलाफ दिए गए कार्रवाई के आदेशों ने राज्य के सरकारी तंत्र को इस पर काबू पाने के लिए सक्रिय कर दिया है। लेकिन इसके साथ ही रेत की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। पंजाब के विभिन्न जिलों में चार दिनों के भीतर ही रेत के दाम 20 से 59 फीसद तक बढ़ गए हैं। मार्केट में उपलब्ध रेत को जमाखोरों ने ऊंचे दामों पर बेचना शुरू कर दिया है। जिससे आमजन की परेशानी बढ़ गई है। इसका एक सबसे बड़ा कारण है कि सरकार ने खड्डों की बोली के दौरान खजाने को खुला छोड़ दिया।
मार्केट में खुले तौर बिकने वाली रेत का अधिकतन विक्रय मूल्य तय ही नहीं किया गया। जिसका खामियाजा अब सूबे की जनता को भुगत रही है। रेत की निकासी का काम इस समय पंजाब में लगभग बंद हो गया है। जिस कारण उन लोगों ने रेत की कालाबाजारी शुरू कर दी है। जिनके पासरेत का स्टाक पड़ा था। कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार और सरकारी तंत्र ने अभी तक कोई कदम नहीं उठाया है जिससे लोगों को राहत मिल सके। सूबे के अलग-अलग जिलों से प्राप्त जानकारियों के अनुसार प्रति ट्राली रेत के रेट में 300 से लेकर 6000 रुपए की बढ़ोतरी हो गई है। गौरतलब है कि मंगलवार को कैप्टन ने सतलुज दरिया पर जालंधर दौरे के समय हेलीकॉप्टर से अवैध खनन को देखने के बाद जालंधर, नवांशहर व होशियारपुर के जिला प्रशासन को कार्रवाई के आदेश दिए थे।
कहां कितने बढ़े रेत के दाम-
जिला मात्रा पहले अब
जांलधर 100 2400 2800
फिरोजपुर 150 3000 4000
पटियाला 150 2700 3600
तरनतारन 500 4000 6000
गुरदासुपर 100 2000 2500
होशियारपुर 100 2000 2800
नवांशहर 100 2500 6000
पठानकोट 100 1800 2200
नोट: कीमत रुपयों में और मात्रा फुट में