Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Feb, 2018 05:31 PM
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ की बैठक 28 फरवरी से पूर्व संभावित बताई जा रही है। सरकारी हलकों से पता चला है कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपने साथ जाखड़ को लेकर...
जालन्धर(धवन): कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह तथा पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष सुनील जाखड़ की बैठक 28 फरवरी से पूर्व संभावित बताई जा रही है। सरकारी हलकों से पता चला है कि कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अपने साथ जाखड़ को लेकर राहुल से मुलाकात करेंगे जिसमें पंजाब मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नए चेहरों के नामों पर मोहर लगेगी।
कैप्टन अमरेन्द्र सिंह अब मंत्रिमंडल विस्तार में अधिक देरी करना नहीं चाहते हैं। कांग्रेसी हलकों में भी माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अंदरखाते तैयारियां शुरू कर दी हैं। नए मंत्रियों के चयन में कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व जाखड़ दोनों की अहम भूमिका रहने वाली है। इसलिए मंत्री बनने के इच्छुक विधायकों द्वारा मुख्यमंत्री व जाखड़ दोनों से मुलाकातों का सिलसिला शुरू कर दिया गया है। कांग्रेसी हलकों ने बताया कि राहुल गांधी से पिछली बैठक में तय हुआ था कि 24 फरवरी को लुधियाना कार्पोरेशन के चुनाव सम्पन्न करवाने के तुरन्त बाद 25 फरवरी या उसके एक-दो दिन बाद राहुल के साथ मुख्यमंत्री व जाखड़ की बैठक तय कर ली जाए। पिछली बैठक में तो केवल पंजाब कांग्रेस संगठन को मजबूत बनाने तथा लुधियाना कार्पोरेशन चुनाव को जीतने की ही रणनीति पर अमल किया गया था।
अब चूंकि 24 को लुधियाना में कार्पोरेशन चुनाव के लिए मतदान हो जाना है इसलिए उसके तुरन्त बाद मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह राहुल से मुलाकात के लिए दिल्ली जा सकते हैं। 28 से पूर्व बैठक की तारीख तय हो सकती है। अब चूंकि मंत्रिमंडल विस्तार का समय निकट आ गया है। इसलिए मंत्री पद लेने के इच्छुक नेताओं ने दिल्ली दरबार तक दस्तक देनी शुरू कर दी है। कुछ विधायक दिल्ली में केन्द्रीय नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं परन्तु फिर भी मंत्रिमंडल के गठन में कैप्टन द्वारा लिए जाने वाले फैसले पर ही मोहर लगने की संभावनाएं हैं। कैप्टन स्वच्छ छवि वाले नेताओं को अपने मंत्रिमंडल में स्थान देंगे ताकि विपक्ष को भी किसी प्रकार का किन्तु-परन्तु करने का मौका न मिले।
पंजाब में कांग्रेस सरकार को बने 16 मार्च को पूरा एक वर्ष हो जाएगा। 2017 में 11 मार्च को चुनावी नतीजे घोषित हुए थे इसलिए कहा जा रहा है कि मार्च के पहले सप्ताह में मंत्रिमंडल विस्तार का रास्ता क्लीयर हो सकता है। अभी तक फिलहाल मंत्रिमंडल विस्तार के रास्ते में कोई अड़चन भी दिखाई नहीं दे रही है। कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन भी बाद में ही दिल्ली में होना है। अगर यह अधिवेशन मोहाली में होता तो मंत्रिमंडल विस्तार पर उसका असर पड़ सकता था पर अब यह रुकावट भी नहीं है। पंजाब कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष जाखड़ ने भी जल्द मंत्रिमंडल विस्तार बारे अपनी इच्छा जाहिर की है। कांग्रेसी सूत्रों ने बताया कि नए मंत्रिमंडल में एक-दो युवा विधायकों को मुख्यमंत्री द्वारा स्थान दिया जाएगा, वहीं पर दूसरी तरफ माझा, दोआबा व मालवा में भी मुख्यमंत्री पूरा संतुलन बनाने की कोशिश करेंगे। यह भी सुनने को मिला है कि विभिन्न समुदायों जाट सिख, हिन्दू व दलित विधायकों में भी संतुलन स्थापित किया जाएगा तथा सभी समुदायों से संबंधित विधायकों को मंत्रिमंडल में उचित स्थान दिया जाएगा।