Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 04:30 PM
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भाजपा द्वारा हिमाचल प्रदेश में चिट्टा बेचने के लिए वीरभद्र सरकार को दोषी ठहराए जाने के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि पंजाब में 10 वर्षों से चिट्टा बिकने के लिए पूरी तरह से पूर्व...
जालंधर/हिमाचल(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने भाजपा द्वारा हिमाचल प्रदेश में चिट्टा बेचने के लिए वीरभद्र सरकार को दोषी ठहराए जाने के आरोपों को पूरी तरह से खारिज करते हुए कहा है कि पंजाब में 10 वर्षों से चिट्टा बिकने के लिए पूरी तरह से पूर्व अकाली-भाजपा सरकार जिम्मेदार थी तथा अगर पिछले समय में चिट्टा हिमाचल के कुछ क्षेत्रों में पहुंचा है तो उसके लिए भाजपा व अकाली ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने आज हिमाचल के कई इलाकों में प्रचार करने के बाद कहा कि कांग्रेस की पंजाब में सरकार बनने के बाद अब चिट्टा बेचने वालों के दिन लद गए हैं। उनकी सरकार किसी भी कीमत पर पंजाब में चिट्टा नहीं बिकने देगी और न ही पंजाब से चिट्टा हिमाचल प्रदेश में बिकने के लिए जाने देगी।
इस संबंध में वह पहले ही समस्त पंजाब पुलिस व उनके अधिकारियों को दिशा निर्देश दे चुके हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब में अकालियों ने चिट्टे की बिक्री को प्रोत्साहित किया। अकालियों के साथ भाजपा भी सरकार में शामिल थी परन्तु उसने हिमाचल के कई क्षेत्रों में चिट्टे की सप्लाई शुरू करवा दी परन्तु जब से पंजाब में कांग्रेस सरकार बनी है, हिमाचल में चोरी छिपे जाने वाले चिट्टे पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है।कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने जी.एस.टी. लागू करके राज्यों को केन्द्र पर आत्मनिर्भर बना दिया। उन्होंने कहा कि पहले राज्यों के खजाने में सीधे टैक्सों से पैसा आ जाता था परन्तु अब यह पैसा सीधा केन्द्र सरकार के खजाने में जा रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार पर बरसते हुए कहा कि वह पंजाब को जी.एस.टी का हिस्सा देने में देरी कर रही है। जुलाई में जी.एस.टी. की किश्त रिलीज नहीं की गई। सितम्बर में बहुत कम पैसा पंजाब को दिया गया है। इसके बाद अब केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेतली कह रहे हैं कि अगले एक वर्ष तक जी.एस.टी. का हिस्सा पंजाब को देना संभव नहीं हो सकेगा।
उन्होंने वित्त मंत्री जेतली से सवाल किया कि ऐसी स्थिति में राज्य सरकारें किस तरह से विकास कार्य करवाएंगी तथा किस तरह से अपने कर्मचारियों को वेतन का भुगतान कर सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी को एक वर्ष पूरा हो गया है। नोटबंदी जल्दबाजी में उठाया गया कदम था, जिस कारण नकदी लेने के लिए बैंकों की कतारों में खड़े अनेकों लोगों की जानें गई थीं। उन्होने कहा कि नोटबंदी के समय जब वह लोगों की मुश्किलें सुनने के लिए गए तो उन्होंने एक 85 वर्षीय बुजुर्ग महिला को भी कतार में लगे देखा था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस न केवल हिमाचल जीतेगी, बल्कि इसके बाद गुजरात में भी जीत हासिल करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी घबरा गए हैं, इसलिए प्रधानमंत्री को मोहल्ला स्तर की मीटिंग करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। मोदी को भी पता है कि अगर हिमाचल व गुजरात उनके हाथों से निकल गया तो फिर 2019 भी उनके हाथों से निकल जाएगा।