Edited By Punjab Kesari,Updated: 11 Aug, 2017 11:31 AM
कनाडा सरकार ने वीजा नियमों में सख्ताई करते हुए भारतीय छात्रों पर भी शिकंजा कसा है जिसके चलते सैंकड़ों छात्रों के वीजा आवेदन पत्र रिफ्यूज हो गए हैं जिस कारण पंजाब के ट्रैवल एजैंटों में हड़कम्प मच गया है।
जालंधर (सुधीर): कनाडा सरकार ने वीजा नियमों में सख्ताई करते हुए भारतीय छात्रों पर भी शिकंजा कसा है जिसके चलते सैंकड़ों छात्रों के वीजा आवेदन पत्र रिफ्यूज हो गए हैं जिस कारण पंजाब के ट्रैवल एजैंटों में हड़कम्प मच गया है। पिछले कुछ समय में कनाडा सरकार ने सैंकड़ों छात्रों को पढ़ाई के तौर पर जाने के लिए वीजा जारी किया था, जिसमें 12वीं पास छात्र आइलैट्स में 5 बैंड व 5.5 बैंड के साथ भी अपना वीजा आवेदन पत्र अप्लाई कर रहे थे। वहां के हालात देखकर धीरे-धीरे कनाडा सरकार ने वीजा नियमों को कठोर कर दिया, जिस कारण पंजाब के सैंकड़ों छात्रों को कुछ समय के अंदर ही रिफ्यूजल का सामना करना पड़ा। वहीं एक साथ सैंकड़ों छात्रों की रिफ्यूजल आती देख पंजाब के ट्रैवल एजैंटों का धंधा भी चौपट हो गया, जिसके चलते सितम्बर इनटेक एजैंटों के लिए अच्छा खासा नहीं रहा।
सूत्रों की मानें तो सितम्बर इनटेक के लिए पंजाब के ट्रैवल एजैंटों ने एड़ी-चोटी का जोर लगाकर छात्रों के वीजा आवेदन अप्लाई करवाए थे। पंजाब के कई एजैंट तो विदेशों के कालेजों व यूनिवॢसटीज से आने वाली लाखों/ करोड़ों की कमीशन का हिसाब लगाकर बैठे थे, पर एक साथ छात्रों के आवेदन पत्र की रिफ्यूजल देखकर पंजाब के ट्रैवल एजैंटों में हड़कंप मचा हुआ है।
क्या कहते हैं वीजा एक्सपर्ट गुरिंद्र भट्टी
दूसरी तरफ पंजाब की जानी मानी इमीग्रेशन कंपनी ई.एस.एस. ग्लोबल के एम.डी. गुरिंद्र भट्टी ने बताया कि कनाडा सरकार ने वीजा नियमों में सख्ताई इसलिए की है कि वहां की सरकार चाहती है कि उनके देश में छात्र सिर्फ पढ़ाई के उद्देश्य से ही आएं। उन्होंने बताया जिन छात्रों के 12वीं में 65 प्रतिशत से ज्यादा अंक हैं, पढ़ाई में गैप नहीं है, आइलैट्स में ओवरआल 6 बैंड हैं, उनको वीजा लेने में कोई मुश्किल नहीं है। 65 प्रतिशत से नीचे वाले छात्र वीजा आवेदन पत्र अप्लाई तो कर सकते हैं पर उसमें वीजा का सक्सैस रेट कम हो जाता है।
डिप्लोमा होल्डर को नहीं, डिग्री वाले छात्रों को मिलेगा वीजा : विनय हरि
दूसरी तरफ पंजाब की जानी मानी कंपनी ऐंजल इमीग्रेशन के एम.डी. विनय हरि ने बताया कि अब कनाडा में डिप्लोमा होल्डर को नहीं बल्कि वहां डिग्री करने जाने के चाहवान छात्रों को ही वीजा