Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Oct, 2017 07:44 PM
जाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पंजाब के लिए कनाडा एन.डी.पी. नेता जगमीत सिंह की ‘स्वै निर्णय’ की टिप्पणी पर बरसते हुए कहा है कि वह भारत की जमीनी हकीकतों से पूरी तरह से अंजान है जहां सिखों व पंजाबियों ने प्रत्येक क्षेत्र में शानदार...
जालंधर(धवन): पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पंजाब के लिए कनाडा एन.डी.पी. नेता जगमीत सिंह की ‘स्वै निर्णय’ की टिप्पणी पर बरसते हुए कहा है कि वह भारत की जमीनी हकीकतों से पूरी तरह से अंजान है जहां सिखों व पंजाबियों ने प्रत्येक क्षेत्र में शानदार उपलब्धियां हासिल करके मान-सम्मान कमाया है। जगमीत सिंह की गलत व टकरावपूर्ण टिप्पणियों से व्यर्थ में विवाद पैदा हो गया है तथा यह पंजाब को अस्थिर करने की साजिशें हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कनाडा के अधिकारियों व सरकार को ऐसी फूट डालने वाली शक्तियों का गंभीर नोटिस लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जगमीत सिंह द्वारा पंजाब, कैटालोनिया या क्यूबक जैसे स्थानों पर स्वै निर्णय बुनियादी हक बताने वाला ब्यान सीधे तौर पर पंजाब में हिंसा फैलाने का इरादा जाहिर करता है परंतु पंजाब में कांग्रेस सरकार किसी को भी शांति को भंग करने की अनुमति नहीं देगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब इस समय व्यापक विकास के रास्ते पर चलने की कोशिश कर रहा है परंतु जगमीत सिंह सिख भाईचारे में नकारात्मक सोच उत्पन्न करने की कोशिश कर रहे हैं।
कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि एन.डी.पी. का स्वंय नियुक्त नेता अपने नापाक इरादों में कभी भी सफल नहीं होगा क्योंकि पंजाब के लोग अमन-शांति व स्थिरता से रहना चाहते हैं। मुख्यमंत्री ने सिख भाईचारे द्वारा डाले गए योगदान मान महसूस करते हुए कहा कि उनके योगदान व प्राप्तियों को भूला नहीं जा सकता। कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि कुछ मु_ी भर फूट डालने वाली ताकतें सिख समुदाय की उपलब्धिों को घटना नहीं सकती है। सिख फॉर जस्टिस द्वारा हाल ही में खालिस्तान 2020 रैफरैंडम के द्वारा पंजाब में बेचैनी पैदा करने की कोशिश की गई थी परंतु पंजाबियों ने उसे नाकार दिया था। जगमीत सिंह ने इसी तरह से अपने बयान में स्वै निर्णय की बात कही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एन.डी.पी. के नेता भी अपने प्रयासों में सफल नहीं होंगे।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने कहा कि जगमीत की पंजाब विरोधी टिप्पणी भारत विरुद्ध साजिश है तथा उन्हें उम्मीद है कि कनाडा की सरकार इस संबंध में उचित कदम उठाएगी। उन्होंने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो से अपील की कि वह अपनी धरती पर जगमीत को भारत की एकता व अखंडता के बारे में ऐसी टिप्पणियां करने की अनुमति न दे जिससे दोनों देशों के मध्य रिश्तों में खट्टास पैदा हो।