Edited By Punjab Kesari,Updated: 08 Aug, 2017 10:07 AM
शहर के बिल्कुल के साथ सटे भंगी चो के किनारे प्रवासी श्रमिक परिवारों द्वारा झुग्गियां डाल कर पिछले लंबे अरसे से यहां स्थायी तौर पर रैन बसेरे तैयार किए गए हैं।
बरसात के मौसम के चलते भंगी चो में बाढ़ के कारण कई बार पानी का उफान आ चुका है।
होशियारपुर(जैन): शहर के बिल्कुल के साथ सटे भंगी चो के किनारे प्रवासी श्रमिक परिवारों द्वारा झुग्गियां डाल कर पिछले लंबे अरसे से यहां स्थायी तौर पर रैन बसेरे तैयार किए गए हैं।
बरसात के मौसम के चलते भंगी चो में बाढ़ के कारण कई बार पानी का उफान आ चुका है।
बाढ़ के चलते भंगी चो में काफी उफान देखा गया। बाढ़ के पानी की रफ्तार काफी ज्यादा थी तथा यह उक्त झुग्गियों के किनारों को टच भी कर रहा था। इन परिस्थितियों में झुग्गियों में रहने वाले यह प्रवासी परिवार कितने सुरक्षित हैं इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
गौरतलब है कि जब पहाड़ों में मूसलाधार बारिश होती है तब ही भंगी चो में पानी का उफान दिखाई देता है। अगर रात के समय चो में बाढ़ आ जाए तो परिस्थितियां बेहद भयानक साबित हो सकती हैं। इलाका निवासियों ने जिला प्रशासन से पुरजोर मांग की है कि बरसात के दिनों में इन प्रवासी श्रमिकों को अस्थायी तौर पर यहां से शिफ्ट करने की व्यवस्था की जाए ताकि खतरे के आलम में जीवन बसर कर रहे इन श्रमिकों को बाढ़ के प्रकोप से बचाया जा सके।
बाढ़ के चलते जाम हुआ ट्रैफिक
भंगी चो में आज बाढ़ के कारण चो से गुजरने वाले तीनों काजवे रुक जाने के कारण कई घंटे ट्रैफिक जाम रहा। इस चो से पहला कॉजवे आदमवाल रोड को जाता है, दूसरा कॉजवे बाबा बालक नाथ मंदिर की तरफ तथा तीसरा कॉजवे भरवाईं रोड की तरफ जाता है। दिन भर सैंकड़ों वाहन इन तीनों कॉजवे से होकर गुजरते हैं। इस सारे ट्रैफिक का लोड भंगी चो पुल पर पड़ जाने के कारण ट्रैफिक अस्त-व्यस्त हो गया।
स्थिति पर नजर रखने के आदेश : वी.के. गुप्ता
ड्रेनेज मंडल के कार्यकारी अभियंता वी.के. गुप्ता ने बताया कि यद्यपि चोओं में पानी बढऩे से किसी तरह की क्षति की सूचना नहीं मिली फिर भी नसराला उपमंडल के एस.डी.ओ., जूनियर इंजीनियरों व अन्य स्टाफ से स्थिति पर नजर रखने के लिए कहा गया है।