Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Jun, 2017 02:22 PM
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरफ से ट्रांसपोर्ट माफिया के खिलाफ अभियान चलाए जाने के आदेशों के तहत परिवहन विभाग की तरफ से अनरजिस्टर्ड व बिना परमिट चलने वाली वीडियो कोच व आम बसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। डी.टी.ओ. कंवलजीत सिंह की तरफ से...
अमृतसर (नीरज): मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह की तरफ से ट्रांसपोर्ट माफिया के खिलाफ अभियान चलाए जाने के आदेशों के तहत परिवहन विभाग की तरफ से अनरजिस्टर्ड व बिना परमिट चलने वाली वीडियो कोच व आम बसों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। डी.टी.ओ. कंवलजीत सिंह की तरफ से 10 दिनों के भीतर 100 बसों के चालान काटे गए हैं और 22 बसों को बंद कर दिया गया है, जिसमें 10 वीडियो कोच बसें हैं।
जानकारी के अनुसार रात के समय चलने वाली वीडियो कोच बसों को बंद करने के लिए स्पैशल चैकिंग की जा रही है और इनमें वीडियो कोच बसों में सफर करने वाली सवारियों को भी परेशानी उठानी पड़ सकती है, क्योंकि विभाग की यह मजबूरी है कि वह चलती हुई व सवारियों से भरी बस पर ही कार्रवाई कर सकता है। ऐसे में यदि विभाग किसी सवारियों से भरी वीडियो कोच बस को बंद कर देता है तो सवारियों को भी मौके पर ही उतरना पड़ता है।
मंगलवार रात को भी कुछ इसी प्रकार की घटना हुई और सवारियों से भरी अनरजिस्टर्ड व बिना परमिट बस को डी.टी.ओ. ने बंद कर दिया और सवारियों को मौके पर उतरना पड़ा, जिससे उन्हें काफी परेशानी हुई।
इस संबंध में डी.टी.ओ. ने मौके पर उपस्थित यात्रियों को समझाया कि वे रजिस्टर्ड व परमिट वाली बसों में ही सफर करें क्योंकि यह सुरक्षित हैं। कई बार दिल्ली, पठानकोट व अन्य रूटों पर चलने वाली वीडियो कोच बसों में सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी हुई है, क्योंकि विभाग की चैकिंग व नाकाबंदी होती है तो ऐसी बसों के ड्राइवर बस को किसी चोर रास्ते में खड़ा कर देते हैं या फिर सवारियों को मौके पर ही उतार देते हैं लेकिन रजिस्टर्ड व परमिट सहित चलने वाली बसों में ऐसी कोई समस्या नहीं आ सकती है। डी.टी.ओ. ने कहा कि विभाग की तरफ से ट्रांसपोर्ट माफिया के खिलाफ इसी प्रकार से सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।