Edited By Updated: 27 Feb, 2017 01:55 PM
ग्रामीण इलाके में फसलों की सिंचाई के लिए पानी मुहैया करवाने वाली ईस्टर्न कैनाल के खस्ता हालत 3 पुलों के नवनिर्माण के लिए हलका विधायक व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा करीब 2 माह पूर्व करोड़ों रुपए की ग्रांट जारी किए जाने के बावजूद पुल का...
जलालाबाद (गुलशन): ग्रामीण इलाके में फसलों की सिंचाई के लिए पानी मुहैया करवाने वाली ईस्टर्न कैनाल के खस्ता हालत 3 पुलों के नवनिर्माण के लिए हलका विधायक व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा करीब 2 माह पूर्व करोड़ों रुपए की ग्रांट जारी किए जाने के बावजूद पुल का निर्माण कार्य चालू नहीं हो सका है। इसका प्रमुख कारण ईस्टर्न कैनाल में पानी का बंद न किया जाना है। नहर का पानी बंद न होने की सूरत में गांव के लोगों ने पुल पार करने के लिए अस्थाई तौर पर लोहे के गार्डर लगाए हुए हैं जिस कारण ग्रामीण जिनमें महिलाएं व बच्चे भी शामिल हैं। वह रोजाना ही जान जोखिम में डालकर पुल पार करने के लिए विवश हैं।
इसके अलावा नहर के पार पड़ती जमीनों के किसानों को पशु चारे के लिए करीब 11 कि.मी. लंबा सफर तय करना पड़ रहा है। इस कारण ग्रामीणों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। ऐसे में बड़ा सवाल यह उठता है कि नहरी विभाग नवम्बर से लेकर अप्रैल तक ईस्टर्न कैनाल में नहरबंदी कर पानी की सप्लाई जब बंद कर देता है तो ऐसे में पुल निर्माण के दौरान ही नहर में पानी छोड़े जाना कई प्रकार के सवालों को जन्म देता है।
उपमंडल के गांव छींबे वाला (चक्क जानीसर), रोहीवाला व चक्क पक्खी के निकट से गुजरती ईस्टर्न कैनाल पर बनाए गए पुल जोकि बीते 8 दशक से अधिक का समय पर चुके थे को असुरक्षित घोषित किया गया था। ग्रामीणों ने हलका विधायक व उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल से उक्त पुलों के नवनिर्माण के लिए ग्रांट मुहैया करवाने की मांग की थी जिसके बाद पंजाब सरकार ने इन पुलों को बनाने के लिए करोड़ों रुपए की ग्रांट मंजूर की थी व पुल के निर्माण का काम शुरू हो गया था। इन गांवों में चक्क जानीसर में पुल बनाने के काम के दौरान नहरी विभाग ने नहर में पानी छोड़ दिया जिस कारण मंडी बोर्ड को काम बीच में ही रोकना पड़ा। नहर पर पुल बनने में हो रही देरी के बीच किसानों को अपनी फसल की चिंता सताने लगी है। ईस्टर्न कैनाल के उस पार पड़ते गांवों के किसानों ने बताया कि रबी के सीजन के दौरान उन्हें फसल की कटाई व बेचने के लिए मंडी ले जाने के दौरान भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
पंजाब मंडी बोर्ड के एस.डी.ओ. दविन्द्र सिंह ने बताया कि चक्क जानीसर में नहर पर 32 लाख रुपए की लागत से बनने वाले पुल का निर्माण शुरू किया गया था परन्तु नहर में पानी छोडऩे के कारण काम बीच में बंद करना पड़ा। नहर में पानी बंदी के बाद जल्द ही पुल का काम मुकम्मल करवा दिया जाएगा जबकि इस बारे में नहरी विभाग के एस.डी.ओ. से फोन पर उनका पक्ष जानना चाहा तो उनका मोबाइल बंद होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका।