Edited By Updated: 10 Dec, 2016 12:49 PM
ग्रामीण क्षेत्रों को शहरों से जोडऩे हेतु 20.84 करोड़ की लागत से खरीदी गई 155 बसों को आज देहाती क्षेत्रों के लिए रवाना कर दिया गया।
जालंधर (पुनीत): ग्रामीण क्षेत्रों को शहरों से जोडऩे हेतु 20.84 करोड़ की लागत से खरीदी गई 155 बसों को आज देहाती क्षेत्रों के लिए रवाना कर दिया गया। राज्य के ट्रांसपोर्ट मंत्री अजीत सिंह कोहाड़ ने आज इस सेवा को हरी झंडी देकर रवाना किया। दूरदराज के क्षेत्रों में ट्रांसपोर्ट सुविधा न होने के चलते पब्लिक को आने वाली परेशानियों को मद्देनजर रखते हुए यह सेवा शुरू की गई है। ये बसें मुख्य रूप से ब्लाकों, गांवों सहित पंजाब के उन रूटों पर चलेंगी जहां ट्रांसपोर्ट की सुविधा नहीं है। 28 सीटों वाली इस बस का किराया आम बसों जितना ही निर्धारित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि इन बसों में पंजाब रोडवेज/पनबस की 80 जबकि पी.आर.टी.सी. की 75 बसें शामिल हैं।
पी.ए.पी. में बसें रवाना करने उपरांत पत्रकारों से बातचीत के दौरान ट्रांसपोर्ट मंत्री अजीत सिंह कोहाड़ ने बताया कि इन रूटों के लिए पंजाब रोडवेज की और 161 जबकि पी.आर.टी.सी. द्वारा 106 परमिट अप्लाई किए गए हैं। उन्होंने कहा कि फिलहाल 155 बसें शुरू की गई हैं जबकि आने वाले समय में इस सेवा का विस्तार किया जाएगा ताकि ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की शहरों तक पहुंच को आसान बनाया जा सके। उन्होंने बताया कि प्रत्येक बस पर 13.45 लाख रुपए खर्च आया है।
सतलुज-यमुना ङ्क्षलक नहर कांग्रेस की देन
इस मौके अजीत सिंह कोहाड़ ने कहा कि सतलुज-यमुना ङ्क्षलक नहर कांग्रेस की देन है लेकिन अब कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा लोकसभा सदस्यता से इस्तीफा देने का ड्रामा करके लोगों की सहानुभूति लेने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा सतलुज-यमुना ङ्क्षलक नहर का नींव पत्थर रखा गया था तो कैप्टन अमरेन्द्र ने इसका स्वागत किया था। यहां उल्लेखनीय है कि कोहाड़ द्वारा बस अड्डे में बसों को हरी झंडी दी जानी थी लेकिन विभिन्न कर्मचारी यूनियनों द्वारा प्रदर्शन करने के चलते उनका कार्यक्रम बदल कर पी.ए.पी. में रख दिया गया। कार्यक्रम के दौरान ट्रांसपोर्ट कमिश्नर अश्विनी कुमार, एन.पी. सिंह, के.एस. कलेर, जी.एम.-2 परनीत सिंह मिन्हास, जी.एम-1 हरजिन्द्र सिंह, मङ्क्षनद्र पाल सिंह, अनिल कुमार, बी.डी. जिंदल व अन्य मौजूद थे।