Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 May, 2017 09:45 AM
खालिस्तानी ग्रुपों की तरफ से धमकी मिलने के बाद हरकत में आई खुफिया एजैंसियों द्वारा सुरक्षा रिव्यू करने के तहत भेजी बुलेट प्रूफ गाड़ी के खटारा निकलने पर सांसद रवनीत बिट्टू को शांत करने के लिए सरकार जल्द ही उनके काफिले में जैमर को शामिल कर सकती है।
लुधियाना (हितेश): खालिस्तानी ग्रुपों की तरफ से धमकी मिलने के बाद हरकत में आई खुफिया एजैंसियों द्वारा सुरक्षा रिव्यू करने के तहत भेजी बुलेट प्रूफ गाड़ी के खटारा निकलने पर सांसद रवनीत बिट्टू को शांत करने के लिए सरकार जल्द ही उनके काफिले में जैमर को शामिल कर सकती है। इसी तरह सुरक्षा कर्मियों की संख्या में भी इजाफा होने की सूचना है।
बिट्टू के दादा बेअंत सिंह को पंजाब में आतंकवाद खत्म करने के लिए जाना जाता है। जिनको आतंकियों ने चंडीगढ़ के सैके्रटरिएट के बाहर ही बम से उड़ा दिया था, जिसके तहत बेअंत सिंह परिवार को कड़ी सुरक्षा मिली हुई है। जहां तक बिट्टू का सवाल है, उनको सांसद बनने के बाद केंद्र व राज्य सरकार से जैड सुरक्षा मिल गई। जिसमें सी.आई.एस.एफ. व पंजाब पुलिस के ब्लैक कमांडो शामिल हैं। अब जब कनाडा के रक्षा मंत्री सज्जन का पंजाब दौरे के दौरान स्वागत करने से कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने इंकार कर दिया तो उनकी खालिस्तान समर्थकों के साथ तलखी बढ़ गई है, जिस मुद्दे पर बिट्टू ने भी खुलेआम कैप्टन का साथ दिया था। जिसे लेकर खालिस्तानी ग्रुप सरेआम कैप्टन व बिट्टू के खिलाफ जहर उगल रहे हैं और कैप्टन को बेअंत सिंह का हश्र याद करने की सलाह तक दे डाली।
हालांकि कैप्टन ने इस धमकी की परवाह न करने की बात कहते हुए खालिस्तानी ग्रुपों को कड़ी चुनौती दी है, वहीं केंद्र से एन.एस.जी. कंमाडो मांगने या पंजाब लैवल पर अपनी सुरक्षा बढ़ाने से इंकार कर दिया है। यही बात उन्होंने बिट्टू को लेकर भी कही है, लेकिन इसी बीच सुरक्षा एजैंसियों की सलाह पर बिट्टू को बुलेट प्रूफ गाड़ी भी भेज दी गई, जिसे लेकर चर्चा है कि गाड़ी 10 साल से पुरानी होने के अलावा और खामियां होने कारण बिट्टू नाराज चल रहे हैं, जिनको कैप्टन के सुरक्षा सलाहकार खूबी राम ने जल्द अच्छी हालत वाली गाड़ी भेजने की बात कहकर
शांत करवाया है।
इस मामले में बिट्टू ने कहा कि वह खालिस्तानी ग्रुपों की धमकी से न डरने कारण गाड़ी नहीं लेना चाहते और वह भी गाड़ी के शीशे न खुलने कारण पिंजरे में कैद होने की फीङ्क्षलग आने की बात भी मानते हैं, जिस कारण वह इनोवा में ही बैठेंगे। इसके बावजूद सुरक्षा एजैंसियों ने अपने इनपुट के आधार पर बिट्टू को बुलेट प्रूफ गाड़ी में ही चलने की सलाह दी है और आने वाले समय में उनके काफिले के साथ जैमर भी अटैच हो सकती है।
सूत्रों की मानें तो बिट्टू के साथ चल रहे सुरक्षा दस्ते को पूरी तरह अलर्ट रहने की हिदायत मिली है और सी.आई.एस.एफ. के जवानों की संख्या बढ़ाने के अलावा पंजाब पुलिस के नए तैयार हुए आतंकवाद विरोधी दस्ते के मुलाजिम भी बिट्टू के सुरक्षा दस्ते में शामिल होंगे।