Edited By Punjab Kesari,Updated: 23 Jan, 2018 05:50 PM
पंजाब में बजट सत्र 7-8 मार्च के बाद ही बुलाए जाने के आसार हैं। बजट सत्र की तारीखों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा फैसला लिया जाएगा। सरकारी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री द्वारा अगले वित्त वर्ष के बजट को लेकर फरवरी महीने में...
जालन्धर(धवन): पंजाब में बजट सत्र 7-8 मार्च के बाद ही बुलाए जाने के आसार हैं। बजट सत्र की तारीखों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह द्वारा फैसला लिया जाएगा। सरकारी हलकों से पता चला है कि मुख्यमंत्री द्वारा अगले वित्त वर्ष के बजट को लेकर फरवरी महीने में मंत्रियों तथा विभिन्न विभागों के अध्यक्षों के साथ बैठकें शुरू कर दी जाएंगी।
मुख्यमंत्री के नजदीकी सूत्रों ने बताया कि मुख्यमंत्री अमरेन्द्र ने अगले वर्ष के बजट को लेकर काफी गंभीर हैं। राज्य में पूर्व शिअद-भाजपा गठबंधन से विरासत में मिले आॢथक संकट के बावजूद मुख्यमंत्री की कोशिश है कि अगले बजट में कांग्रेस सरकार द्वारा जनता से किए गए कई अन्य वायदों को पूरा करने के लिए कदम उठाए जाएं। बजट में नौकरियों के लिए नए अवसर पैदा करने, इंडस्ट्री को प्रोत्साहन देने, किसानों के कर्जों को माफ करने के लिए धन राशि की व्यवस्था करने, नौजवानों को स्मार्ट फोन देने की शुरूआत करने की तरफ विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा।
बताया जाता है कि बजट से पहले मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह द्वारा सभी मंत्रियों से बैठक करके उनके विभागों से संबंधित जानकारी दी जाएगी तथा अगले बजट में भी शिक्षा व स्वास्थ्य क्षेत्रों की तरफ विशेष रूप से सरकार का फोक्स रहेगा। इसी तरह से राज्य पुलिस फोर्स में भर्ती को लेकर भी महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे। मुख्यमंत्री द्वारा वित्त विभाग के अधिकारियों को बजट को लेकर अपने विचारों से अवगत करवाया जाएगा। बजट को विकासोन्मुख बनाने के लिए तथा शहरी विकास को गति देने के लिए पर्याप्त फंड्स की व्यवस्था की जाएगी।
सरकारी हलकों ने बताया कि अगले बजट को लेकर फरवरी का पूरा महीना सभी सरकारी विभागों की बैठकें चलती रहेंगी तथा उसके बाद फरवरी के अंतिम सप्ताह में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर सियासी गतिविधियां तेज हो जाएंगी। बजट सत्र 7-8 मार्च के उपरांत शुरू होगा। उससे पहले मुख्यमंत्री मंत्रिमंडल विस्तार व महत्वपूर्ण नियुक्तियां करने का इरादा रखते हैं। यह भी बताया जाता है कि मुख्यमंत्री द्वारा बजट सत्र में 15 से 17 सिटिंग्स रखी जा सकती हैं। बजट सत्र मार्च के अंतिम सप्ताह तक चलने के आसार हैं।
पिछली बार सत्ता में आई कांग्रेस सरकार द्वारा पहले वोट ऑन अकाऊंट पेश किया गया था तथा उसके बाद जून महीने में रैगुलर बजट पेश किया गया था। इस बार सरकार को रैगुलर बजट मार्च महीने में ही पेश करने की स्वतंत्रता रहेगी। बजट में सरकार द्वारा यह भी बताया जाएगा कि राज्य के ऊपर कितना ऋणों का बोझ अब भी पाया जा रहा है। पिछली बार भी रैगुलर बजट पेश करने से पहले मुख्यमंत्री ने बजट को लेकर मंत्रियों के साथ कई बार बैठकें की थी तथा सरकारी अधिकारियों को भी बजट को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए थे। सरकार उम्मीद करती है कि अगला बजट पंजाब के लिए काफी निर्णायक रहेगा।