Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Jan, 2018 04:10 AM
पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अपने ताऊ पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा चचेेरे भाई सुखबीर सिंह बादल पर उनका राजनीतिक जीवन खत्म करने की कोशिशें ...
लुधियाना: पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल ने अपने ताऊ पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल तथा चचेेरे भाई सुखबीर सिंह बादल पर उनका राजनीतिक जीवन खत्म करने की कोशिशें करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि अब भी वे उनके खिलाफ कुप्रचार कर अपना गुस्सा निकालने से बाज नहीं आ रहे हैं।
बादल ने आज लुधियाना में वर्धमान ग्रुप द्वारा सीऐसआर रेस्पोंसिबिलिटी के तहत बनाए सरकारी स्कूल गियासपुरा के नए ब्लाक का शुभारम्भ करने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बादल और सुखबीर बादल ने पार्टी के वरिष्ठ नेेताओं गुरचरन सिंह तोहड़ा, जगदेव सिंह तलवंडी,मनजीत सिंह कलकत्ता जैसे पार्टी के धुरंधर नेताओं के खिलाफ ऐसी ही चालेें चलने का भी आरोप लगाया। उन्होंने एम्स बठिंडा के बंद होने व इसके लिए शिरोमणि अकाली दल (शिअद) नेता हरसिमरत कौर द्वारा कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराने पर तंज कसते हुए कहा कि सबको पता है इसमें राज्य की कोई भूमिका नहीं है। राज्य सरकार ने केवल जमीन देनी थी, पैसा केंद्र ने लगाना है।
प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट पर वित्त मंत्री ने कहा कि वह करीब 15 दिन पहले केंद्रीय वित्त मंत्री अरूण जेतली से भेंट करके उन्हें पंजाब की मांगों से संबंधित एक मांग पत्र सौंप कर आए है जिसमें खासकर पंजाब के सीमावर्ती एरियों के विकास व सीमा सुरक्षा, किसानों व उद्यमियों की मांगें आदि शामिल है और उन्हें उम्मीद है कि केंद्रीय सरकार इस पर जरूर गौर फरमाएगी।
फरदीकोट में आज डीएसपी की मौत व अमृतसर में गैंगस्टर के फरार होने की खबरों पर टिप्पणी करते हुए कि हालांकि उन्हें यह बात मीडिया से ही मालूम हो रही है लेकिन यह बात तो साफ है कि देश व पंजाब के दुश्मन राज्य में पुन: अशांति फैलाने को सक्रिय है जिनके मंसूबों को कांग्रेस सरकार सफल नहीं होने देगी। उन्होंने कहा कि उन्हें पंजाब पुलिस पर पूरा भरोसा है। ट््यूबवैलों पर बिजली मीटर लगाने के बारे में वित्तमंत्री ने स्पष्ट किया है कि यह कोई सरकार की नीति नहीं है बल्कि एक पायलट प्रोजेक्ट है जिसमें किसान को पानी-बिजली बचाने के लिए साल का 48 हजार रूपए उनके अकांउट में आएगा। किसान बिजली पानी की बचत कर पैसा भी बचा सकते हैं।