Edited By Punjab Kesari,Updated: 10 Sep, 2017 11:22 PM
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर द्वारा तख्त....
रूपनगर(विजय): शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर द्वारा तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार भाई बलजीत सिंह दादूवाल को कांग्रेस का एजैंट बताने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाई दादूवाल ने एस.जी.पी.सी. प्रधान को इस पर खुली बहस की चुनौती दी है।
उन्होंने कहा कि यदि शिरोमणि कमेटी प्रधान उन्हें कांग्रेस का एजैंट मानते हैं तो वे बताएं कि गत दिवस उनके साथ बैठक करने के लिए क्यों आए थे? वह स्पष्ट करें कि शिरोमणि अकाली दल द्वारा डेरा सिरसा के प्रमुख के साथ राजनीतिक निकटता व चुनावों में जग जाहिर हुई राजनीतिक सांझ के प्रति उनका क्या स्टैंड है। दादूवाल ने कहा कि वह 1998 से डेरा प्रमुख की सिख विरोधी गतिविधियों के विरुद्ध लड़ाई लड़ते आ रहे हैं जिसकी एवज में पंथक कहलाने वाली सरकार ने ही अनेक बार उन्हें जेल भेजा है तथा डेढ़ दर्जन के करीब मामले डेरा प्रमुख के कहने पर उन पर दर्ज किए हैं।
दादूवाल को नहीं कहा कांग्रेस का एजैंट : प्रो. बडूंगर
एस.जी.पी.सी. प्रधान प्रो. कृपाल सिंह बडूंगर ने कहा कि उन्होंने भाई दादूवाल को कांग्रेस का एजैंट नहीं कहा है। उन्होंने कहा था कि 1984 के घल्लूघारा दिवस पर वह इन्हें विशेष रूप से मिलकर शांतिमय ढंग से शहीदी घल्लूघारा समागम श्री अकाल तख्त साहिब अमृतसर में मनाने के अवसर पर शांति का सबूत देने को कहा गया परंतु वहां किसी ने भी उनकी बात पर अमल नहीं किया तथा उस समागम को विवाद की भेंट चढ़ाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी गई। जहां तक बहस का सवाल है, उनका कोई भी नेता बहस के लिए तैयार है।