Edited By Punjab Kesari,Updated: 15 Sep, 2017 10:57 AM
डी.ए.सी. में बने बूथों में अपना कारोबार करने वाले कुछ बूथ होल्डरों की तरफ जिला प्रशासन का लाखों रुपए बकाया है, जिसकी वसूली को लेकर प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है।
जालंधर (अमित): डी.ए.सी. में बने बूथों में अपना कारोबार करने वाले कुछ बूथ होल्डरों की तरफ जिला प्रशासन का लाखों रुपए बकाया है, जिसकी वसूली को लेकर प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। डी.सी. के आदेशानुसार सहायक कमिश्नर (जनरल) डा. बी.एस. ढिल्लों ने तहसीलदार-1 करनदीप सिंह भुल्लर को एक पत्र जारी कर कहा है कि वह इस बात को सुनिश्चित करें कि उक्त सारे बूथ होल्डरों की तरफ से अपना-अपना बकाया जिला नाजिर के पास अपने एक तस्दीकशुदा आई.डी. प्रूफ के साथ जमा करवाया जाए और अगर कोई बूथ होल्डर किराया जमा नहीं करवाते हैं तो उसके बूथ की अलाटमैंट रद्द करने की कार्रवाई आरंभ की जाए।
कई बूथ हो रखे हैं सबलैट, अलाटी वसूल रहे हैं अवैध किराया
मौजूदा समय में डी.ए.सी. में बने हुए बूथों में से कई बूथ आगे किसी अन्य को सबलैट हो रखे हैं। जिन व्यक्तियों को प्रशासन की तरफ से बूथ अलाट किए गए थे वह हजारों रुपए प्रति महीना अवैध किराया वसूल रहे हैं। तहसीलदार को इस बारे में अपनी पड़ताल करने के पश्चात एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा गया है।
रद्द किए गए बूथों का कब्जा लेने के आदेश जारी
डी.सी. के आदेशानुसार सहायक कमिश्नर ने तहसीलदार-1 को एक अन्य पत्र लिखा है, जिसमें कुछ समय पहले प्रशासन द्वारा रद्द किए गए बूथों का कब्जा लेने के लिए कहा गया है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि तहसीलदार द्वारा उक्त बूथों का कब्जा लेने के पश्चात डी.सी. को सूचित करने के अलावा इन बूथों की तरफ बकाया पिछला किराया वसूलने के भी हर संभव प्रयास आरंभ किए जाएं।