Edited By Punjab Kesari,Updated: 24 Jan, 2018 03:58 PM
मौड़ बम कांड के शिकार जसकरन सिंह का परिवार जहां उसका इलाज करवाते-करवाते आर्थिक तौर पर टूट चुका है वहीं परिवार की कमाई का मुख्य साधन पीड़ित जसकरन सिंह भी घर के एक कमरे का कैदी बनकर रह गया है। सरकार व प्रशासन की अनदेखी के चलते आर्थिक तौर पर इलाज करवाने...
मौड़ मंडी (प्रवीन): मौड़ बम कांड के शिकार जसकरन सिंह का परिवार जहां उसका इलाज करवाते-करवाते आर्थिक तौर पर टूट चुका है वहीं परिवार की कमाई का मुख्य साधन पीड़ित जसकरन सिंह भी घर के एक कमरे का कैदी बनकर रह गया है। सरकार व प्रशासन की अनदेखी के चलते आर्थिक तौर पर इलाज करवाने से असमर्थ हो चुका जसकरन सिंह आज जिंदगी जीने की जगह मौत की मांग कर रहा है।
उधर, बम कांड से एक सप्ताह बाद जसकरन सिंह के घर पैदा हुआ शरनदीप आज भी अपने पिता की गोद में बैठने के लिए तरस रहा है परंतु प्रशासन व सरकार को आज तक इस परिवार पर कोई तरस नहीं आया। यह दर्द भरी दास्तान 31 जनवरी 2017 की है जब पंजाब विधानसभा चुनाव से 4 दिन पहले कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी हरमंदर सिंह जस्सी की हो रही नुक्कड़ बैठक में बतौर कांग्रेसी वर्कर जसकरन सिंह भी मौजूद था, परन्तु उस बैठक में हुए बम धमाके ने जसकरन सिंह की जिंदगी ही नर्क बना दी।
बम धमाके दौरान जसकरन सिंह पूरी तरह कैमीकल प्रदार्थों से जल गया। जिस कारण उसके हाथ पैर खराब हो गए और वह काम करने से नकारा हो गया। डी.एम.सी. में हुए इलाज दौरान जसकरन की जिंदगी तो बच गई परन्तु उसके सहारे चल रहा परिवार टूट गया।