Edited By Punjab Kesari,Updated: 22 Aug, 2017 04:27 PM
दुनिया भर में बच्चों की मौत का सबब बन चुके दि ब्लू व्हेल गेम को जिले के सी.बी.एस.ई. स्कूलों ने गंभीरता से लिया है।
जालंधरः दुनिया भर में बच्चों की मौत का सबब बन चुके दि ब्लू व्हेल गेम को जिले के सी.बी.एस.ई. स्कूलों ने गंभीरता से लिया है। सी.बी.एस.ई. के दिशा-निर्देश के बाद बच्चों को इससे दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। स्कूलों की ओर से पेरेंट्स-टीचर वाट्सएप ग्रुप में गेम के खतरनाक पहलुओं की जानकारी देकर बच्चों को इस गेम से दूर रहने की सलाह दी जा रही है। स्कूलों ने पेरेंट्स को गाईडलाईन भी जारी कर दी है। प्रिंसीपल की ओर से पेरेंट्स की मेल व वाट्सएप पर मैसेज भेजे जा रहे हैं। प्रिंसीपल ने कंप्यूटर शिक्षकों को हिदायतें दी है कि यदि बच्चा कंप्यूटर सिस्टम इस्तेमाल कर रहा है तो उसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री चेक करें। शहर के कुछ स्कूल प्रबंधको ने अभिभावकों को गेम से दूर रहने की हिदायत देते हुए गाईडलाईन भेजी है।
यह हैं दिशा-निर्देश
बच्चों को अधिक देर तक मोबाइल न दें।
बच्चा अकेला मोबाइल लेकर न बैठे।
रात में बच्चे को मोबाइल इस्तेमाल ना करने दें।
बच्चे की हर हरकत पर नजर रखें।
बच्चा कम बात कर रहा है तो कारण पूछा जाए।
अभिभावक की जिम्मेवारी बनती है कि बच्चे ने मोबाइल पर क्या एप लोड किए हैं उनकी जानकारी रखी जाए।
दि ब्लू व्हेल गेम के कहर से बच्चों को बचाने के लिए पेरेंट्स को गाइडलाइन भेजी जा रही है। कंप्यूटर शिक्षकों को हिदायतें दी हैं कि बच्चा कंप्यूटर सिस्टम इस्तेमाल कर रहा है तो उसकी ब्राउजिंग हिस्ट्री चेक करना ना भूलें। दीपा डोगरा, प्रिंसीपल कैंब्रिज इंटरनेशनल स्कूल फॉर गर्ल्स।
मार्निग एसेंबली के दौरान बच्चों को गेम से दूर रहने के लिए जागरूक किया जा रहा है। पेरेंट्स को भी बच्चों को मोबाइल ना देने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। अगर वे बच्चों को मोबाइल देते हैं उन पर कड़ी नजर रखें।
-डॉ. रश्मि विज, प्रिंसीपल पुलिस डीएवी पब्लिक स्कूल।