Edited By Punjab Kesari,Updated: 07 Nov, 2017 09:55 AM
लुधियाना जिले से संबंधित विभिन्न शहरों व कस्बों के 4 लाख के करीब नीले कार्डधारक द्वारा पिछले 10 वर्षों से सरकारी आटा-दाल योजना का लाभ लेने को लेकर कैप्टन सरकार द्वारा करवाए सर्वे (री-वैरीफिकेशन) में नया खुलासा हुआ है। इस सर्वे में 6200 के करीब...
लुधियाना(खुराना): लुधियाना जिले से संबंधित विभिन्न शहरों व कस्बों के 4 लाख के करीब नीले कार्डधारक द्वारा पिछले 10 वर्षों से सरकारी आटा-दाल योजना का लाभ लेने को लेकर कैप्टन सरकार द्वारा करवाए सर्वे (री-वैरीफिकेशन) में नया खुलासा हुआ है। इस सर्वे में 6200 के करीब कार्डधारक अयोग्य पाए गए हैं।
इन अयोग्य कार्डधारकों के परिवारों के 30 हजार से अधिक सदस्यों द्वारा सरकार की इस स्कीम का लाभ उठाया जा रहा था। अब इन कार्डधारकों पर सरकार की गाज गिरना तय है। फिलहाल ये अयोग्य कार्डधारक पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार के कार्यकाल में इस सरकारी योजना के हिस्सेदार बने थे। चर्चा है कि अगर उक्त परिवारों के नीले कार्ड राज्य में होने जा रहे नगर निगम चुनावों से पहले रद्द किए जाते हैं तो उक्त परिवारों की नाराजगी का खमियाजा कांग्रेस पार्टी से जुड़े प्रत्याशियों के वोट बैंक पर भी पड़ सकता है, जिसका जोखिम कांग्रेसी नेता शायद नहीं उठाएंगे।