Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Nov, 2017 02:47 PM
रेत की अवैध निकासी का काला कारोबार जलालाबाद शहर के आस-पड़ोस स्थित रेत गड्ढों पर धड़ल्ले से जारी है और रेत की इस अवैध निकासी संबंधी जानकारी होने के बावजूद प्रशासन द्वारा दी जा रही छूट जहां रेत माफिया के हौसले बढ़ा रही है, उसके साथ ही प्रशासन का...
जलालाबाद(मिक्की): रेत की अवैध निकासी का काला कारोबार जलालाबाद शहर के आस-पड़ोस स्थित रेत गड्ढों पर धड़ल्ले से जारी है और रेत की इस अवैध निकासी संबंधी जानकारी होने के बावजूद प्रशासन द्वारा दी जा रही छूट जहां रेत माफिया के हौसले बढ़ा रही है, उसके साथ ही प्रशासन का मूकदर्शक वाला रोल विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत को भी जग जाहिर कर रहा है।
गौरतलब है कि सरकार द्वारा रेत के गड्ढों में से रेत की निकासी संबंधी टैंडर दोबारा जल्द ही निकाले जा रहे हैं लेकिन रेत माफिया द्वारा कुछ विभागीय अधिकारियों की हल्लाशेरी के बल पर रेत की अवैध निकासी सरेआम की जा रही है और इस तरह का एक मामला स्थानीय शहर से थोड़ी दूरी पर स्थित गांव बादल के में भी देखने को मिल रहा है। जहां कानून को ठेंगा दिखाते हुए रेत माफिया रेत की अवैध निकासी का काला कारोबार प्रशासन की नाक तले बेखौफ होकर चला रहा है। इस संबंधी आस-पड़ोस स्थित गांव के लोगों ने बताया कि इस गड्ढे से रोजाना भारी मात्रा में अवैध रेत निकाल कर मुक्तसर, मलोट, फाजिल्का आदि क्षेत्रों में दूर-दूर तक पहुंचाई जा रही है और बिना टैंडर भरे रेत माफिया सरकार को लाखों-करोड़ों का चूना लगाते हुए काली कमाई से अपने खजाने भर रहा है और इसका मोटा हिस्सा विभागीय अधिकारियों की तिजोरियों की शोभा भी बढ़ा रहा है। इस सबके विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई करने की जरूरत है ताकि रेत के इस काले कारोबार पर नकेल डाली जा सके।
माइनिंग अधिकारी के आश्वासन के बावजूद नहीं बंद हुआ अवैध निकासी का काला कारोबार
इस संबंधी माइनिंग विभाग के जी.एम. गुरजंट सिंह के साथ बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि उनके द्वारा इंस्पैक्टर की ड्यूटी लगा कर रेत की अवैध निकासी को तुरंत बंद करवाया जाएगा लेकिन उक्त अधिकारी के आश्वासन के बावजूद भी दो दिन का समय गुजरने के बाद भी रेत की अवैध निकासी का काला कारोबार पहले की तरह धड़ल्ले से जारी है जो कि प्रशासन की मिलीभगत की हामी भर रहा है।