Edited By Punjab Kesari,Updated: 05 Jan, 2018 10:02 PM
पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान व सांसद सुनील जाखड़ ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों का कर्जा माफ करने के मुद्दे पर भाग खड़ी हुई है, जबकि केंद्र सरकार आर.बी.आई. के गवर्नर के नाम पर किसानों का कर्जा न माफ करने की दुहाई दे रही है।...
गुरदासपुर(धवन, आदित्य, शारदा, विनोद, दीपक): पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान व सांसद सुनील जाखड़ ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार किसानों का कर्जा माफ करने के मुद्दे पर भाग खड़ी हुई है, जबकि केंद्र सरकार आर.बी.आई. के गवर्नर के नाम पर किसानों का कर्जा न माफ करने की दुहाई दे रही है।
जाखड़ ने कहा कि लोकसभा में केंद्रीय वित्त मंत्री ने किसानों के कर्जों बारे एक सवाल के जवाब में कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली मोदी सरकार देश के किसानों को कर्जा मुक्त करने की बजाय किसानों को खुशहाल देखना चाहती है। जाखड़ ने कहा कि मोदी सरकार, जिसने 2022 तक किसानों की आमदनी दुगनी करने का सपना देश के अन्न दाताओं को दिखाया है वह लगातार किसान विरोधी फैसले लेती आ रही है। जाखड़ ने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री ने संसद में लिखित तौर पर माना है कि केंद्र की भाजपा सरकार ने पिछले 3 वर्षों में किसानों का कर्जा माफ करने के लिए एक भी पैसा नहीं खर्चा है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री एक तरफ तो भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर का हवाला देकर वास्तविकता से दौड़ रहे हैं परन्तु दूसरी ओर सवाल यह पैदा होता है कि भाजपा को पिछले लोकसभा चुनाव में किसानों ने वोटें इसलिए डाली थी कि ताकि वह सत्ता में आने के बाद किसानों का कर्जा माफ कर सके इसलिए देश के करोड़ों किसानों के प्रति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जवाबदेह हैं न कि आर.बी.आई. के गवर्नर। जाखड़ ने कहा कि पंजाब में मुख्यमंत्री कै. अमरेन्द्र सिंह के नेतृत्व वाली सरकार ने सीमित वित्तीय संसाधनों के बावजूद किसानों का दर्द समझते हुए उनका कर्जा माफ करने की मुहिम शुरू करने का निर्णय लिया है। केंद्र सरकार पंजाब सरकार की इस मामले में कोई भी मदद करने को तैयार नहीं है। पंजाब का किसान देश के लोगों का पेट भरता है।
उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के सांसदों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे किसानों का कर्जा माफ करवाने के मुद्दे पर संसद में एक शब्द भी नहीं बोले। उन्होंने कहा कि अकाली सांसदों को केंद्र पर दबाव डालना चाहिए था कि वह किसानों का कर्जा माफ करे। अकाली दल ने हमेशा किसान मुद्दों पर वोटें लेने की कोशिशें की हैं पर उसके सांसद संसद में जाकर चुप्पी धार लेते हैं। उन्होंने कहा कि वास्तव में अकाली दल के सांसदों ने केंद्र में जाकर भाजपा के आगे घुटने टेक दिए हैं।
जाखड़ ने कहा कि केंद्र में कांग्रेस के नेतृत्व वाली पूर्व यू.पी.ए. सरकार ने किसानों का कर्जा माफ कर एक मिसाल कायम की थी पर मौजूदा मोदी सरकार ने इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया। उन्होंने कहा कि वास्तव में किसानों के असल मसीहा तो पूर्व प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह हैं, जिन्होंने किसानों का अपना शासनकाल में कर्जा माफ किया था।