Edited By Updated: 16 Dec, 2016 09:59 AM
भारतीय जनता पार्टी ने आज विधानसभा चुनावों के लिए टिकट आबंटन से पहले वर्करों का मन टटोला, साथ ही नोटबंदी को लेकर परेशान पार्टी ने
जालंधर(पाहवा) : भारतीय जनता पार्टी ने आज विधानसभा चुनावों के लिए टिकट आबंटन से पहले वर्करों का मन टटोला, साथ ही नोटबंदी को लेकर परेशान पार्टी ने वर्करों को लोगों को समझाने का जिम्मा भी सौंप दिया। यही नहीं पंजाब में अकाली दल के साथ-साथ भाजपा के प्रति लोगों के दिलों में रोष के बारे में भी भाजपा हाईकमान ने अपने वर्करों का मन पढऩे की कोशिश की। भारतीय जनता पार्टी के सांसद, पूर्व मंत्री व पंजाब चुनाव प्रभारी नरेंद्र तोमर ने भाजपा की 23 सीटों में से अधिकतर सीटों के नेताओंके साथ मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने जहां प्रदेश स्तर के नेताओं से चर्चा की वहीं जिला, मंडल स्तर के पदाधिकारियों व पार्षदों के साथ भी चर्चा की। चर्चा के दौरान हासिल फीडबैक वह हाईकमान तक पहुंचाएंगे।
नोटबंदी को लेकर परेशान दिखी पार्टी
भाजपा नेता नरेंद्र तोमर ने अलग-अलग बैठकों के दौरान नोटबंदी को लेकर चर्चा की तथा नेताओं का मन टटोला। तोमर को नेताओं की तरफ से जो फीडबैक दी गई, उसमें मिला-जुला असर देखने को मिला। कुछ भाजपा नेताओं ने नोटबंदी के बाद की स्थिति को सरकार की ढिलाई बताया तो वहीं कुछ ने भविष्य में इसके बेहतर असर की बात कही। कई नेताओं ने बाद में बैंकों की व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए तथा कहा कि इस मामले में सरकार को सख्त कदम उठाने चाहिए थे। बैठक के दौरान नोटबंदी पर राय तो ली गई लेकिन अधिक बोलने वाले नेताओं को तोमर से डांट भी सहन करनी पड़ी। कुछ नेताओं को तो उन्होंने सीधे कह दिया कि नोटबंदी छोड़ो आपने क्या किया, वह बताओ।
उम्मीदवार का नाम लिफाफों में बंद
भाजपा की बैठक के दौरान राज्य की सभी 23 सीटों पर उम्मीदवारों के बारे में खुले में कोई चर्चा नहीं की गई। इससे पहले तक भाजपा में यह ट्रैंड था कि बाकायदा उम्मीदवार के नाम पर खुली चर्चा की जाती थी। इस बार विधानसभा क्षेत्र से संबंधित मंडल पदाधिकारियों, जिला पदाधिकारियों व प्रदेश पदाधिकारियों से बंद लिफाफे में उम्मीदवार के लिए सुझाव मांगे गए। इसके अलावा बैठक में उम्मीदवारी को लेकर कोई चर्चा नहीं की गई। राज्य की सभी 23 सीटों को लेकर लुधियाना में भी बुधवार को बैठकों का सिलसिला चला था। उसके बाद आज जालंधर में भी चर्चा की गई। वर्करों से हासिल इस फीडबैक को तोमर केंद्रीय हाईकमान के पास पहुंचाएंगे, जिसके बाद पार्टी प्रदेश चुनावों के लिए आगे की रणनीति पर काम करेगी।