Edited By Punjab Kesari,Updated: 12 Aug, 2017 01:22 PM
विनोद खन्ना की मौत के बाद खाली हुई गुरदासपुर लोकसभा सीट पर कैंडीडेट के तौर पर स्वर्ण सलारिया या कविता के नामों में से एक पर भाजपा अपना रुख तय कर सकती है।
पठानकोटः विनोद खन्ना की मौत के बाद खाली हुई गुरदासपुर लोकसभा सीट पर कैंडीडेट के तौर पर स्वर्ण सलारिया या कविता के नामों में से एक पर भाजपा अपना रुख तय कर सकती है।
पंजाब प्रभारी प्रभात झा, प्रधान विजय सांपला और संगठन मंत्री दिनेश कुमार शनिवार को शाहपुरकंडी के रेस्ट हाऊस में सभी 9 विधासभा हलकों के प्रभारियों और पठानकोट, गुरदासपुर जिले की लोकल यूनिटों से बैठक कर एक नाम पर सहमति बनाएंगे।
पार्टी पहले ही सभी विधानसभा हलकों के इंचार्ज नियुक्त कर चुकी है। अब कैंडीडेट के रुझान पर पार्टी सभी विधान सभा हलकों की ग्राऊंड रिपोर्ट हासिल करना चाहती है। 12 अगस्त को सबेरे 9.30 से शाम 8 बजे तक पठानकोट, सुजानपुर, भोआ, दीनानगर, गुरदासपुर, बटाला, फतेहगढ़ चूड़ियां, कादियां, डेरा बाबा नानक विधान सभा क्षेत्रों के प्रदेश एवं केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्यों, जिला एवं मंडल प्रधानों और पदाधिकारियों, विधायकों एवं पूर्व विधायकों, मेयर, कौंसिल प्रधानों के साथ मीटिंगें कर टिकट के लिए उनकी राय जानेंगे और यही रिपोर्ट कैंडीडेट का नाम फाइनल करेगी।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी संगठन के लिए काम करने वाले लीडर को आगे लाने के मूड में हैं। खन्ना को सेलीब्रिटी होने के कारण पार्टी मुंबई से यहां लाई थी। कैंडीडेट के अहम दावेदार के तौर पर उभरे स्वर्ण सलारिया हलके के ही गांव चौहाना के फ्रीडम फाइटर परिवार से हैं। लंबे समय से पार्टी के लिए काम करने पर उन्हें पंजाब बाल अधिकार संरक्षण आयोग का चेयरमैन बनाया गया था। 4 महीने पहले विस चुनाव में पार्टी ने उन्हें लोक सभा प्रभारी की जिम्मेदारी दी थी। खन्ना की पत्नी कविता भी टिकट के लिए दिल्ली से गुरदासपुर तक कोशिश कर रही हैं। उन्होंने पठानकोट में स्वच्छता मुहिम भी चलाई। हालांकि वे कहती हैं कि टिकट नहीं मांगेंगीं, पार्टी देगी तो लड़ेंगी।