Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 10:43 AM
शहर में एक तरफ तो ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है लेकिन दूसरी तरफ जालंधर भाजपा की राजनीति खूब गर्मा रही है। इस सर्दी में गर्मी का अहसास करवा रही भाजपा की राजनीति में एक और घटना आजकल शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
जालंधर (पाहवा): शहर में एक तरफ तो ठंड का प्रकोप बढ़ रहा है लेकिन दूसरी तरफ जालंधर भाजपा की राजनीति खूब गर्मा रही है। इस सर्दी में गर्मी का अहसास करवा रही भाजपा की राजनीति में एक और घटना आजकल शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
चर्चा है कि भाजपा के एक प्रदेश स्तर के नेता अपने करीबी पूर्व विधायक मित्र से नाराका हो गए हैं। नाराकागी भी ऐसी कि पूर्व विधायक मित्र के बुलाने पर भी वह अब उनके निवास पर नहीं जाते। ऊपर से इस दोस्ती में आग लगाने का काम प्रदेश अध्यक्ष ने पूरा कर दिया है। हम बात कर रहे हैं केंद्रीय विधानसभा हलके की जहां पर पूर्व विधायक रहे मनोरंजन कालिया और उनके करीबी कहे जाते अनिल सच्चर में दीवार खड़ी हो गई है। बेशक यह दोस्ती पुरानी नहीं थी तथा पिछले विधानसभा चुनावों के बाद ही दोनों करीब आए थे लेकिन यह करीबी अधिक देर तक नहीं चल सकी।
सच्चर को मिली जिम्मेदारी तो नहीं दरार का कारण
सूत्रों का कहना है कि निकाय चुनावों के दौरान कालिया व सच्चर के बीच कुछ विवाद पैदा हुआ जिसके बाद सच्चर ने ‘पंकज निवास’ पर जाना बंद कर दिया। सूत्रों का कहना है कि रामा मंडी के किसी भाजपा वर्कर को लेकर कालिया तथा सच्चर में विवाद पैदा हुआ है। सूत्र यह भी बता रहे हैं कि केंद्रीय हलके के 5 वार्डों का जिम्मा भी सच्चर को सौंपा गया था जिसके बारे में सच्चर ने कालिया को जानकारी नहीं दी तथा उक्त वार्डों में काम करते रहे जिस कारण दोनों में खटास पैदा हो गई है। कालिया व सच्चर के बीच खटास की बात उस समय बाहर आई जब अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सच्चर कालिया के घर जाने की बजाय पार्टी की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में शामिल हो गए। सूत्रों का कहना है कि पार्टी में इस नए पैदा हुए विवाद को लेकर आजकल काफी चर्चा है। कई नेता इस खटास पर खूब मजे ले रहे हैं तथा इस खटास को और बढ़ाने की कोशिश में हैं।
सांपला ने डाला आग में घी
शहर की राजनीति में मनोरंजन कालिया का काफी दबदबा है लेकिन इस बार सच्चर के साथ विवाद की सुलग रही आग में घी डालने का काम प्रदेश अध्यक्ष विजय सांपला ने किया है। सूत्रों का कहना है कि सांपला 25 दिसम्बर की सायं सच्चर के घर गए लेकिन न तो इस दौरान वह कालिया से मिले तथा न ही उन्हें सच्चर के घर बुलाया गया, जबकि कालिया व सच्चर के घर का फासला करीब 100 मीटर ही है। सच्चर के घर सांपला करीब एक घंटे से अधिक समय तक रहे। सूत्र बताते हैं कि कालिया और सांपला के बीच फोन पर बात भी हुई तथा कालिया ने सांपला को घर आने का न्यौता भी दिया लेकिन सांपला सच्चर के घर से बिना कालिया को मिले वापस लौट गए।